VIDEO : लापरवाही : स्कूल के बंद कक्ष में सड़ गया पोषाहार, सोते रहे शिक्षक व प्रधानाचार्य

-पाली के नया गांव स्थित राजकीय विद्यालय में अधिकारी पहुंचे तो खुली पोल-अधिकारियों ने व्यवस्था में सुधार के लिए दिया सात दिन का समय

<p>VIDEO : लापरवाही : स्कूल के बंद कक्ष में सड़ गया पोषाहार, सोते रहे शिक्षक व प्रधानाचार्य</p>
पाली। सरकारी स्कूलों में शिक्षक व प्रधानाचार्य बच्चों व पोषाहार पर कितना ध्यान देते है, इसकी पोल सोमवार को शहर के नया गांव स्थित राजकीय विद्यालय में अधिकारियों के पहुंचने पर खुली। वहां पर सीबीइइओ विजेन्द्रसिंह चौहान के पहुंचने पर पोषाहार एक कमरे में गंदगी के बीच पड़ा था। जो पूरी तरह से सड़ गया था। कमरों में विद्यार्थी बिना सोशल डिस्टेंसिंग व मास्क लगाए बैठे थे। हालात यह थे कि विद्यालय में छह के स्टॉफ में से केवल दो जने ही उपस्थित थे। प्रधानाध्यापक जितेन्द्र शर्मा से इस बारे में पूछने पर बोले दो अध्यापक कोविड टीकाकरण में लगे है और दो जने अवकाश पर गए है। गंदगी में पड़े पोषाहार के बारे में वे कोई संतुष्टीपूर्ण जवाब नहीं दे सके।
केवल 39 बच्चे थे उपस्थित
इस विद्यालय में करीब 125 बच्चों का नामांकन है। निरीक्षण के दौरान केवल 39 बच्चे ही उपस्थित थे। स्कूल का फर्नीचर एक कमरे में बंद था। उसका ताला खुलवाने पर पता लगा कि फर्नीचर खराब हो रहा है। उसकी देखभाल तक नहीं की जा रही है। ऐसा लगा मानो कमरा कई वर्षों से खोला तक नहीं गया है।
पोषाहार का कमरा खोलने में आनाकानी
जब पोषाहार रखने के कक्ष का ताला खोलने को कहा गया तो प्रधानाचार्य ने आनाकानी की। उस कक्ष पर लगे ताले की चाबी तक स्कूल में नहीं थी। इसके बाद अधिकारी के नाराजगी जताने पर काफी समय बाद एक कर्मचारी चाबी लेकर आया तो कमरा खोला गया। उसमें मिड डे मील के कॉम्बो पैकेट का ढेर था। ड्रम में रखे गेहूं सड़ गए थे।
एक सप्ताह में सुधार के निर्देश
संस्था का निरीक्षण करने गया था। वहां पर काफी अनियमितताएं मिली है। पोषाहार भी गंदगी से अटे कमरे में पड़ा था। कक्षा कक्षों व बरामदे की सफाई भी नहीं की जा रही है। संस्था प्रधान को सात दिन में व्यवस्था में सुधार करने को कहा है। –विजेन्द्रसिंह चौहान, सीबीइइओ, पाली
मुख्य रूप से यह करने है सुधार
-बच्चों को बैठाने व पढ़ाते समय कोविड गाइड लाइन की पूरी पालना की जाए।
-बमरादे व कमरों की सफाई नियमित रूप से करवाई जाए।
-पोषाहार कक्ष को सुधारकर उसे व्यवस्थित किया जाए।
-नगर परिषद की ओर से मैदान में मिट्टी डलवाई गई है। वहां भी सुधार करवाया जाए।
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