आंखों से बही अश्रुधारा
एसीइओ ने अपने हाथों से प्रत्येक वृद्ध महिला के चरण धुलवाकर पूजन किया। इससे महिला तीजा देवी के आंखों से आंसू निकल अए। कंवरी देवी ने कहा कि हर बेटा अपनी मां का सम्मान करें तो कहीं भी वृद्धाश्रम की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। इसके बाद वृद्ध महिलाओं के साथ पौधे भी रोपे। एसीइओ डॉ सापेला ने संदेश दिया कि अपनी मां का भी आदर सम्मान करना चाहिए।
एसीइओ ने अपने हाथों से प्रत्येक वृद्ध महिला के चरण धुलवाकर पूजन किया। इससे महिला तीजा देवी के आंखों से आंसू निकल अए। कंवरी देवी ने कहा कि हर बेटा अपनी मां का सम्मान करें तो कहीं भी वृद्धाश्रम की आवश्यकता नहीं रह जाएगी। इसके बाद वृद्ध महिलाओं के साथ पौधे भी रोपे। एसीइओ डॉ सापेला ने संदेश दिया कि अपनी मां का भी आदर सम्मान करना चाहिए।
पांच साल से चल रहा आश्रम
एसीइओ की मां उषा सापेला कई सालों से वृद्धाश्रम चला रही है। यहां वर्तमान में नौ वृद्ध महिलाएं रहती है। इनकी देखभाल उषा ही करती हैं।
एसीइओ की मां उषा सापेला कई सालों से वृद्धाश्रम चला रही है। यहां वर्तमान में नौ वृद्ध महिलाएं रहती है। इनकी देखभाल उषा ही करती हैं।