कोर्ट ने नवाज शरीफ को सरेंडर करने और 10 सितंबर को होने वाली अगली सुनवाई में कोर्ट में पेश होने का मौका दिया है। मंगलवार को नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम और दामाद सफदर के खिलाफ एवेनफील्ड मामले में सुनवाई करते हुए जस्टिस आमिर फारुक और जस्टिस मोहसिन अख्तर कयानी की कोर्ट के डिविजन बेंच ने यह फैसला सुनाया है। कोर्ट ने राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो द्वारा दायर याचिका पर सुनवाई की है।
पाकिस्तानी मीडिया डॉन के मुताबिक, सुनवाई के दौरान जस्टिस फारूक ने कहा कि कोर्ट ने अभी तक नवाज शरीफ को भगोड़ा घोषित नहीं किया है। उन्हें सरेंडर करने का मौका दे रहे हैं। अभी तक भगोड़ा घोषित करने को लेकर अंतिम निर्णय नहीं लिया है।
हालांकि नवाज शरीफ के वकील ख्वाजा हरिश अहमद ने इस पर तर्क दिया कि कोर्ट ने ऐसा करके ये फैसला ले लिया है कि अब पूर्व प्रधानमंत्री को देश वापस लौटना ही होगा। बता दें कि इससे पहले नवाज शरीफ ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट को आश्वासन दिया है कि वो जल्द ही देश वापस लौटेंगे।
लंदन में इलाज करवा रहे हैं नवाज शरीफ
आपको बता दें कि नवाज शरीफ काफी लंबे समय से बीमार चल रहे हैं और वे जमानत पर रिहा होकर पिछले साल दिसंबर से ही लंदन में इलाज करवा रहे हैं। उन्होंने कहा है कि कोरोना महामारी के कारण लंदन में उनके इलाज में देरी हो रही है।
इससे पहले सोमवार को पाकिस्तान मुस्लिम नवाज ( PML-N ) सुप्रीमो ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में याचिका दायर किया। इसमें उन्होंने एवेनफिल्ड भ्रष्टाचार मामले में जारी सुनवाई में पेशी से छूट की मांग की थी। अपने दो अलग-अलग आवेदनों में नवाज शरीफ ने अपने स्वास्थ्य और देश वापस लौटने को लेकर बताया है।
Imran Khan ने नवाज शरीफ को इलाज के लिए विदेश जाने देने पर जताया अफसोस, कहा- बड़ी गलती
गौरतलब है कि भ्रष्टाचार के मामले में नवाज शरीफ को दोषी करार दिया गया है और उन्हें जेल की सजा हुई है। कोर्ट लखपत जेल में सजा काट रहे नवाज शरीफ की तबीयत खराब हो गई। जिसके बाद 9 अक्टूबर 2019 को लाहौर हाईकोर्ट ने पाकिस्तान में ही इलाज कराने को लेकर आठ सप्ताह की जमानत दी थी। इसके बाद, 16 नवंबर को उन्हें इलाज कराने को लेकर चार सप्ताह के लिए विदेश जाने की अनुमति दी गई।
नवाज शरीफ तब से लेकर अब तक लंदन में ही अपना इलाज करा रहे हैं। कई बार सार्वजनिकों जगहों और होटलों में परिवार के साथ तस्वीरें सामने आने के बाद से कई तरह के सवाल उठने लगे हैं। इसके बाद से ही नवाज शरीफ को वापस बुलाने की मांग की जाने लगी है।