PIA ने शनिवार को बताया है कि दुर्घटनाग्रस्त होने वाले एयरबस ए-320 विमान की दो महीने पहले जांच की गई थी और यह दुर्घटनाग्रस्त होने से एक दिन पहले इस विमान ने मस्कट से लाहौर तक की उड़ान भरी थी। फिलहाल इस हादसे की जांच की जा रही है।
प्रधानमंत्री इमरान खान ने शुक्रवार को ही हादसे के फौरन बाद जांच के आदेश दिए थे और कहा था कि वे इस हादसे से हैरान व दुखी हैं। बता दें कि PIA लंबे समय से वित्तीय घाटे से जूझ रहा है।
दो महीने पहले विमान की हुई थी मरम्मत व जांच
पाकिस्तान मीडिया डॉन अखबार ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि PIA ने विमान के तकनीकी इतिहास का विवरण देते हुए एक सारांश जारी किया है। इस सारांश में ये साफ तौर पर कहा गया है कि विमान के इंजन, लैंडिंग गियर और मेजर एयरक्राफ्ट प्रणाली में कोई समस्या नहीं है।
वहीं PIA की इंजीनियरिंग और रखरखाव विभाग के मुताबिक, इस विमान की जांच आखिरी बार बीते 21 मार्च को की गई थी। रिपोर्ट में आगे कहा गया है कि विमान के दोनों इंजनों की हालत संतोषजनक थी और इसके रखरखाव की जांच कुछ अंतराल पर की जा रही थी। लिहाजा नागरिक उड्डयन प्राधिकरण ( CAA) की ओर से इस विमान को 5 नवंबर, 2020 तक उड़ानों के लिए फिट घोषित किया गया था।
एक महीने के भीतर आएगी जांच रिपोर्ट
बताया जा रहा है कि इस विमान के उड़ान की लिए पहला योग्यता प्रमाणपत्र 6 नवंबर, 2014 से 5 नवंबर, 2015 के लिए जारी किया गया था। इसके बाद हर साल विमान की जांच-पड़ताल करने के उपरांत ही उड़ान योग्यता प्रमाणपत्र जारी किया जाता था।
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बता दें कि पाकिस्तान सरकार ने इस घटना की जांच के लिए विमान दुर्घटना और जांच बोर्ड के अध्यक्ष एयर कमोडोर मुहम्मद उस्मान गनी के नेतृत्व में एक जांच दल का गठन किया है। अब ये टीम कम से कम समय के भीतर अपनी रिपोर्ट प्रस्तुत करेगी। कहा गया है कि एक महीने के भीतर प्रारंभिक बयान जारी किया जाएगा।
गौरतलब है कि शुक्रवार को कराची हवाईअड्डे के पास घनी आबादी वाले रिहायशी इलाके में PIA की उड़ान पीके-8303 मलीर कैंट में गेट नंबर 2 के पास मॉडल कॉलोनी के नजदीक दुर्घटनाग्रस्त हो गया था। हादसे के दौरान विमान में 90 यात्री और चालक दल के 8 सदस्य सवार थे। अभी तक 96 लोगों के मरने की खबर सामने आई है। मरने वालों में नौ बच्चे भी शामिल हैं। वहीं, दो लोग इस भीषण विमान हादसे में चमत्कारिक रूप से दो लोगों की जान बच गई।