वाडा ने एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा, “वाडा की जांच के दौरान एनडीटीएल की प्रयोगशालाओं के लिए तय अंतर्राष्ट्रीय मानकों (आईएसएल) के अनुरूप नहीं पाया गया जिसके कारण उसे निलंबित किया गया है।”
एनडीटीएल देश की एकमात्र ऐसी प्रयोगशाला है जो डोप टेस्ट करती है। यह दुनिया में मौजूद 34 वाडा मान्यता प्राप्त प्रयोगशालाओं में से एक है। वाडा ने कहा कि एनडीटीएल के नमूना विश्लेषण के तरीके सटीक नहीं थे।
वाडा ने कहा, “यह निलंबन 20 अगस्त से प्रभावी है और एनडीटीएल अब किसी प्रकार की डोपिंग रोधी गतिविधी में शामिल नहीं हो पाएगी। इसमें रक्त और मूत्र के नूमनों का विश्लेषण भी शामिल है।”
वाडा ने कहा, “उन नमूनों को भारत के बाहर वाडा से मान्यता प्राप्त प्रयोगशाला में भेजना होगा जिसे एनडीटीएल पहले ही एकत्र कर चुकी है, जो फिलहाल पुष्टि की प्रक्रिया में शामिल है या जिनके विश्लेषण के खिलाफ रिपोर्ट की गई है।”
वाडा के इस निर्णय के खिलाफ एनडीटीएल अगले 21 दिनों में कोर्ट ऑफ आर्ब्रिट्रेशन फॉर स्पोर्ट्स (साएएस) में अपील कर सकता है।