ओलिंपिक के लिए भारतीय रोवर्स को करना पड़ेगा बड़ा त्याग, रहना होगा ‘पसंदीदा चीज’ से दूर

कोच के अनुसार, कैंप के दौरान रणनीति पर ध्यान केंद्रित होगा। इस्माइल ने कहा, रोवर्स अप्रैल में अपने स्तर के 98 फीसदी तक पहुंच गए थे।

इस साल होने वाले टोक्यो ओलंपिक में शामिल होने वाले भारतीय रोवर्स को उनका वजन मैनेज करने के लिए मिठाई से दूर रखा गया है। कोच इस्माइल बेग ने कहा कि ट्रेनिंग का सबसे अहम पार्ट वजन को कंट्रोल करना है। इसलिए अगले सप्ताह से शुरू होने वाले अंतिम कैंप में मिठाई पर प्रतिबंध लगाया गया है। नियम के मुताबिक टीम का औसत वजन 140 किलो होना चाहिए। व्यक्तिगत के लिए अधिकतम वजन लीमिट 72.5 किलो है। अगर टीम का वजन 140 किलो से ज्यादा हुआ तो टीम बाहर हो जाएगी।
18 मई से होगी कैंप की शुरुआत
इस कैंप की शुरूआत 18 मई से पुणे के आर्मी स्पोटर्स इंस्टीट्यूट में होगी। इस महीने अरविंद सिंह और अर्जुन लाल जाट ने एशिया ओसनिया ओलंपिक क्वालीफाइंग इवेंट के दौरान पुरुष लाइटवेट डबल स्कल में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था। कोच ने कहा, राष्ट्रीय टीम को फरवरी से अप्रैल तक एशिया ओसनिया ओलंपिक क्वालीफाइंग में भाग लेने के लिए आईसक्रीम और मिठाई खाने से मना किया हुआ था। अरविंद और अर्जुन को मिठाई बहुत पसंद है, ऐसे में इन दोनों के लिए यह काफी कठिन समय है।
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अच्छा खाना मिलना जरूरी
इस्माइल ने कहा, अच्छा खाना मिलना जरूरी है। नहीं तो रोवर्स कमजोर हो जाएंगे और इसका उनके प्रदर्शन पर असर पड़ेगा। कोच के अनुसार, कैंप के दौरान रणनीति पर ध्यान केंद्रित होगा। इस्माइल ने कहा, रोवर्स अप्रैल में अपने स्तर के 98 फीसदी तक पहुंच गए थे। शारीरिक तौर पर हमने पिछले दो महीने में उन्हें ज्यादा जोर नहीं दिया, इसलिए हमारा ध्यान ट्रेनिंग के दौरान रणनीति पर केंद्रित होगा।
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