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वहीं अनुभवी मुक्केबाज सतीश कुमार (Satish Kumar) (91 किग्रा से अधिक) शनिवार को चोट के कारण विश्व कप का फाइनल मैच नहीं खेल पाए। सतीश ने सेमीफाइनल में फ्रांस के जामिली डिनी मोइनडेज को हराकर फाइनल में जगह बनायी थी। लेकिन उन्हें चोट के कारण जर्मनी के नेल्वी टियाफैक के खिलाफ फाइनल मुकाबले से हटना पड़ा। ऐसे में उन्हें रजत पदक से संतोष करना पड़ा। पुरुषों के 57 किग्रा में मोहम्मद हसमुद्दीन और गौरव सोलंकी भी कांस्य पदक ही जीत पाए।
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बात भारतीय महिला मुक्केबाज की करें तो यहां भारत का दबदबा देखने को मिला। सिमरनजीत कौर (60 किग्रा) और मनीष (57 किग्रा) ने स्वर्ण पदक जीते। मुक्केबाजी वर्ल्ड कप में मनीष ने हमवतन साक्षी को 3-2 से हराया। वहीं सिमरनजीत ने जर्मनी की माया किलिहान्स को 4-1 से शिकस्त दी।
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बता दें भारत ने इस Boxing World Cup में तीन स्वर्ण, दो रजत और चार कांस्य पदक जीते और प्वाईंट देबल पर दूसरे स्थान पर रहा।