आर्मेनिया की अपील निर्णायक समिति ने की खारिज
आर्मेनिया ने निहाल सरीन का मैच फिर से कराने की अपील की थी। इसे निर्णायक समिति ने नहीं माना। आर्मेनिया का कहना था कि सर्वर की गलती के कारण उन्हें इस मैच में हार मिली है। अपील समिति और निर्णायक समिति ने आर्मेनिया के इस अपील पर गौर करने के बाद उसे सही नहीं पाया और उनकी अपील को खारिज कर दिया। इस तरह से निर्णायक मैच में निहाल सरीन की जीत से भारत को 3.5-2.5 की बढ़त मिल गई। इससे पहले दोनों 2.5-2.5 की बराबरी पर थे। इस तरह आर्मेनिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल मामला जीतकर भारत ने सेमीफाइनल में जगह बना ली।
ऐसा रहा परिणाम
पहले मैच में पूर्व विश्व चैम्पियन भारत के विश्वनाथन आनंद ने आर्मेनिया के खिलाड़ी को ड्रॉ पर रोका। इसके बाद दूसरे मैच में हरिका द्रोणावल्ली ने 61 चालों में लिलित मैक्टरचियन को मात दी, लेकिन इसके बाद कप्तान विदित संतोष गुजराती ने 53 चालों में अपना मुकाबला जीत लिया। लेकिन कोनेरु हम्पी और वेंटिका अग्रवाल दोनों अपने-अपने मैच हार गईं। इस तरह से भारत ने अपनी बढ़त गंवा दी और निर्णायक मुकाबले से पहले दोनों टीमें 2.5-2.5 अंकों की बराबरी पर थीं। और इस मैच को जीतकर सरीन ने भारतीय खेमे में जीत की लहर दौड़ा दी।