Earth vs Space Chess Championship : Sergey Karjakin की चालों का जवाब अंतरिक्ष से देंगे Astronauts

Sergey Karjakin 9 जून को Earth vs Space Chess मुकाबले में उतरेंगे। इस मुकाबले की लाइव स्ट्रीमिंग अंग्रेजी और रूसी भाषा में की जाएगी।

<p>Sergey Karjakin</p>

नई दिल्ली : कोरोना वायरस (Coronavirus) महामारी के बीच जब पूरी दुनिया में खेल की तमाम गतिविधियां करीब-करीब बंद है, ऐसे में धड़कनों को रोक देने वाला शतरंज का महामुकाबला (Chess Match) नौ जून को होने जा रहा है। यह मुकाबला किसके किसके बीच है, यह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे और रोमांचित भी हो जाएंगे। रूस में यह मुकाबला धरती और अंतरिक्ष (Earth vs Space) के बीच खेला जाएगा। स्पष्ट शब्दों में कहें तो इस मुकाबले में एक टीम अंतरिक्ष की होगी।

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कॉस्मोनॉट्स इविनेशिन और कारजाकिन के बीच मुकाबला

इस हैरान कर देने वाले मुकाबले में अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (International Space Station) से कॉस्मोनॉट्स अनातोली इविनेशिन (Astronaut Anatoly Ivanishin) और इवान वैगनर (Astronaut Ivan Wagner) और धरती की ओर से रूसी खिलाड़ी सर्गेई कारजाकिन (Grand Master Sergey Karjakin) खेलने उतरेंगे। अनातोली और वैगनर आईएसएस (ISS) से इस मुकाबले में उतरेंगे तो वहीं कारजाकिन मॉस्को म्यूजियम ऑफ कॉस्मोनॉटिक्स (Moscow Museum of Cosmonautics) में अपना आसन जमाएंगे। दोनों जगहों के खिलाड़ी टैबलेट पर अपनी चाल चलेंगे। इस पूरे मुकाबले का लाइव प्रसारण रूसी समय के हिसाब से दिन के 12 बजे से किया जाएगा। इसकी लाइव स्ट्रीमिंग रूसी और अंग्रेजी दोनों में की जाएगी।

रैपिड और ब्लिट्स चैम्पियन रह चुके हैं कारजाकिन

सर्गेई कारजाकिन के नाम सबसे कम उम्र में ग्रैंड मास्टर बनने का रिकॉर्ड है। वह रैपिड और ब्लिट्ज चैंपियन (Rapid and Blitz World Champion) भी रह चुके है। पृथ्वी और अंतरिक्ष के बीच होने वाले इस महामुकाबले में उतरने से पहले कारजाकिन ने कहा कि उन्हें इस बात का पूरा भरोसा है कि उनके लिए यह कभी न भूलने वाला मुकाबला साबित होने जा रहा है। उन्होंने कॉस्मोनॉट्स की तारीफ करते हुए कहा कि असली हीरो वही हैं। कारजाकिन ने कहा कि उन्हें मालूम है कि वह जहां से यह मुकाबला खेलने उतरेंगे, वहां से इसे खेलना आसान नहीं होगा।

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तीसरी बार हो रहा है यह मुकाबला

पृथ्वी और अंतरिक्ष के बीच यह मुकाबला पहली बार नहीं हो रहा है। नौ जून 1970 को पहली बार पृथ्वी और अंतरिक्ष के बीच शतरंज का मुकाबला खेला गया था। इसके बाद 2008 में भी यह मुकाबला हो चुका है और नौ जून को इसकी 50वीं एनिवर्सरी पर तीसरी बार बिसात बिछेगी। 9 जून 1970 को पहली बार अंतरिक्ष की ओर से सोवियत अंतरिक्ष यान सोयुज -9 सी के पायलट-कॉस्मोनॉट एंड्रियन ग्रिगोरीविच निकोलेव और विटाली इवानोविच सेशियानोव इस मुकाबले में खेलने उतरे थे तो वहीं पृथ्वी की ओर से निकोलाई पेत्रोविच कामैनिन और पायलट-कॉस्मोनॉट विक्टर गोरबाटको ने शिरकत की थी। दूसरी बार यह मुकाबला 2008 में खेला गया था। इसमें पृथ्वी की जीत हुई थी। इन मुकाबले में आपसी संचार के लिए रेडियो की मदद ली गई थी। मैच के लिए जीरो ग्रेविटी की परिस्थितियों के लिए खासतौर पर डिजाइन किए गए शतरंज का इस्तेमाल किया गया था।

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