वर्ल्ड कप में सोना जीतने वाले पांचवें भारतीय-
ओलेजनिक पहले शूटर थे जो शूटआउट में चूके थे, उन्होंने अपना दूसरा शॉट ही मिस कर दिया था। यीयांग ने चौथा शॉट मिस किया था। वहीं मित्तल ने 4 शॉट्स टारगेट पर हिट किए जिस कारण उन्होंने सोने पर कब्ज़ा जमाया। मित्तल, मानवजीत सिंह संधू के बाद दूसरे ऐसे शूटर हैं जिन्होंने विश्व स्तर टूर्नामेंट में शॉटगन स्पर्धा का स्वर्ण पदक जीता था। वह पांचवें भारतीय शूटर हैं जिन्होंने विश्व स्तरीय शूटिंग प्रतियोगिता में स्वर्ण पदक जीता है, उनसे पहले अभिनव बिंद्रा, तेजश्विनी सावंत, मानवजीत सिंह संधू और ओम मिथरवाल यह कारनामा करने में कामयाब रहे हैं।
टीम स्पर्धा में भारत ने कांस्य पदक जीता-
मित्तल, मोहम्मद असब और शार्दुल विहान कि भारतीय टीम ने टीम स्पर्धा में कांस्य पदक पर कब्ज़ा जमाया। उन्होंने इस पदक को जीतने के लिए 409 का स्कोर किया। इटली ने 411 अंकों के साथ स्वर्ण पदक जीता और चीन ने 410 अंकों के साथ रजत पदक पर कब्ज़ा जमाया।
मित्तल के अलावा और भारतियों का प्रदर्शन-
एकल स्पर्धा में मित्तल के अलावा मोहम्मद असब ने 135 अंकों के स्कोर के साथ सातवें स्थान पर फिनिश किया, वहीं पिछले महीने एशियाई खेलों में स्वर्ण पदक जीतने वाले 15 साल के विहान ने 134 अंकों के साथ 15वें स्थान पर कब्ज़ा जमाया ।
सीनियर में भारत का तीसरा पदक-
मित्तल का यह पदक शूटिंग वर्ल्ड चैंपियनशिप के सीनियर प्रतियोगिता में भारत का तीसरा पदक है। इससे पहले अंजुम मौदगिल और ओम मिथरवाल ने रजत और स्वर्ण पदक क्रमशः 10 मीटर एयर राइफल और 50 मीटर पिस्टल में जीता है।