(कुरआन-57:24) हर तरह की फिजूलखर्ची से किस तरह मना फरमाया गया है इसका अंदाजा इस बात से हो जाता है कि पैगंबर मुहम्मद साहब ने फरमाया-‘आप नहर के किनारे बैठकर वुजू (नमाज से पहले हाथ-पैर आदि धोना) बना रहे हों तो भी पानी की फिजूलखर्ची से बचिए।Ó
इस्लाम ने फिजूलखर्ची और कंजूसी से बचने की हिदायत दी है।