आत्म-दर्शन : रोगी का रखें ध्यान

चिकित्सा के हर क्षेत्र में रोगी को प्राथमिकता मिलनी ही चाहिए। किसी भी स्थिति में मनुष्य के लिए प्रेम नहीं खोना चाहिए।

<p>पोप फ्रांसिस, (ईसाई धर्म गुरु)</p>

पोप फ्रांसिस, (ईसाई धर्म गुरु)

स्वास्थ्य का क्षेत्र बहुत उपयोगी और महत्त्वपूर्ण है। बीमारों को सबसे उपयुक्त उपचार मिलना चाहिए। यह कार्य प्रेमपूर्वक और करुणा भाव से किया जाना चाहिए। चिकित्सा के हर क्षेत्र में रोगी को प्राथमिकता मिलनी ही चाहिए। किसी भी स्थिति में मनुष्य के लिए प्रेम नहीं खोना चाहिए।

विज्ञान और अनुसंधान एक साथ, चिकित्सा को एक कला बनाते हैं। इसमें मस्तिष्क और हृदय, व्यावसायिकता और दया, क्षमता और सहानुभूति, ज्ञान और करुणा का संयोजन होता है। प्रलोभन से दूर होकर बीमार की देखभाल की जाए। ज्ञान और विज्ञान को साझा किया जाना चाहिए। मरीज का उपचार गरिमा के साथ किया जाना चाहिए, न कि उपेक्षा भाव से।

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