PM Modi’s 71st birthday: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में नए भारत का निर्माण हो रहा है। एक ऐसा भारत जो आत्मनिर्भर बनने को संकल्पित है, जनसंघ के आदर्शों को आज हम जिन कृतिरूप में देख पा रहे, उसमें उनके अथक परिश्रमों का योगदान अप्रतिम है। मुझे उनके नेतृत्व के कई आयामों को नजदीक से अनुभव करने का अवसर मिला। एकता यात्रा हो, गुजरात का महाविनाशक भूकम्प हो, गुजरात का सर्वांगीण विकास हो , उन्होंने प्रत्येक दायित्व को निष्ठा से निभाया है।
आज उनके प्रधानमंत्री रहते हुए भारत पुन: समृद्धशाली, शक्तिशाली, वैभवशाली, सम्पन्न और सशक्त होने के गौरव को प्राप्त कर रहा है। उनके नेतृत्व के सात वर्ष हमारे इतिहास के स्वर्णिम वर्षों में से एक हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा के प्रति जीरो टोलरेंस के कारण विश्व मंच पर आतंकी फंडिंग पर कार्रवाई और भारतीय सेना के सशक्तीकरण के परिणामस्वरूप सीमा पर आतंक के खात्मे से साफ नजर आ रहे हैं। सीमा सुरक्षा के लिये सामरिक महत्व के प्रोजेक्ट को पूरा करने की प्रतिबद्धता व प्राथमिकता अप्रतिम उदाहरण है। लद्दाख व जम्मू-कश्मीर को भारत की मुख्यधारा से जोडऩे के लिए धारा 370 व 35ए को खत्म करना हो या फिर रक्षा क्षेत्र में शक्तिमान भारत और आत्मनिर्भर भारत से रक्षा उत्पादन क्षेत्र में रिफोर्म वर्षों की जंग खाई व्यवस्थाओं पर आघात करते हैं। डोकलाम विवाद हो या फिर अपनी पसंद की जगह व समय पर राष्ट्रहितों के लिए की गई ‘सर्जिकल स्ट्राइक ’ हो, उनके नेतृत्व का दर्शन कराती है। ‘विकास के प्रकाश’ को सम्पूर्ण भारत में पहुंचाने के यज्ञ में, मध्यप्रदेश भी कदम से कदम मिलाकर चल रहा है। आत्मनिर्भर भारत मिशन के अनुरूप मध्यप्रदेश का रोडमैप तैयार किया गया है, हम मध्यप्रदेश में ‘मेक इन इंडिया’ व ‘ईज आफ डूइंग बिजनेस’ के लिए आवश्यक कदम उठा रहे हैं।
उनके सर्व समावेशी विकास में गरीब, किसान, महिलाओं व पिछड़े वर्गों के आर्थिक उन्नयन के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। उनके द्वारा क्रियान्वित हर योजना को शब्द व आत्मा से मध्यप्रदेश भी पूरा करने में जुटा है, विशेषकर पीएम आवास, उज्ज्वला, महिला स्वसहायता, फसल बीमा योजना, कौशल विकास जैसी अति महत्वपूर्ण योजनाओं के क्रियान्वयन में हम पूरे प्रयास कर रहे हैं। उनके भ्रष्टाचार के प्रति ‘जीरो टालरेंस’ व ‘ना खाऊंगा न खाने दूंगा ’ जैसे प्रयासों का हमें भी लाभ मिला है। जेम, जन-धन, आधार व मोबाइल की त्रिवेणी में आज मध्यप्रदेश के करोड़ों लोगों तक बिना बाधा के सहायता पहुंच रही है। डिजिटल इंडिया व फाइबर ऑप्टिक नेटवर्क योजनाओं ने हमारे प्रदेश को भी हाईवे के साथ ‘नॉलेज वे’ से जोडक़र कनेक्टिविटी की बाधाओं को दूर किया है। मध्यप्रदेश को देश के चारों कोनों से जोडऩे के लिये बनाये जा रहे राजमार्गों से अपनी आर्थिक उन्नति के लिए आवश्यक अधोसंरचना विकास का लाभ मिल रहा है। ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ के मंत्र के साथ उनके मार्गदर्शन में मध्यप्रदेश भी आगे बढ़ रहा है।
आपकी नेतृत्व कुशलता को पूरे विश्व ने स्वीकार किया है, आपके बिना अब विश्व मंच अधूरा होता है, कोरोना महामारी जैसी वैश्विक आपदा में आपने भारत ही नहीं, भारत की तरफ सहयोग की अपेक्षा रखने वाले प्रत्येक राष्ट्र का सहोदर भाव से सहयोग किया है। उनके नेतृत्व में भारत अब विश्व की तीसरी बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, हम आपके ‘मिनिमम गर्वनमेंट, मेसीमम गर्वनेंस’ के आदर्शों पर चलकर सुशासन व स्वराज को मूर्तरूप से क्रियान्वित करने कटिबद्ध हैं। वे ‘मैन ऑफ आइडियाज’ हैं, परन्तु उन ‘आयडियाज’ के अंकुरों को उन्होंने क्रियारूप में वटवृक्ष में बदल दिया है, हर मंच पर चाहे वो खेल हो, आर्थिक आवश्यकता हो, आपके ‘आयडियाज’ अंधकार में सूर्य के प्रकाश का कार्य करते हैं। आज नई शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से जो आपने ‘स्किल इंडिया’ के माध्यम से भारत ही नहीं विश्व में उभरने वाली कौशलवान युवाओं की कमी को भारत के युवाओं के द्वारा समाप्त करने का कार्य प्रशस्त किया है, उसमें मध्यप्रदेश भी अपने युवाओं को इस यज्ञ से जोड़ेगा।
आज देश प्रधानमंत्री नरेंद मोदी के नेतृत्व में आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है। मध्यप्रदेश आजादी के रण बांकुरों की समाधि स्थलों पर वर्ष भर कार्यक्रम आयोजित क रेगा। हम कृतज्ञ हैं प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के, जिनके प्रयासों से देश के युवाओं में क्रांतिवीरों की गाथाओं के स्वर गूजेंगे। प्रधानसेवक के रूप में वे देश को समृद्धशाली, वैभवशाली, संपन्नशाली, बनाने के लिये हर क्षण प्रयत्नशील हैं। वे एक विजनरी लीडर हैं, वे मैन ऑफ आइडियाज हैं। उनके नेतृत्व में भारत में नया सवेरा दिखाई दे रहा है, उनके संकल्पना भारत को आत्मनिर्भरता की ओर ले जा रही है। सबका साथ, सबका विकास और सबके श्वास के मंत्र को साकार कर सबके प्रयासों से अतुल्य भारत के निर्माण को प्रतिबद्ध है।