आपकी बात, क्या सोशल मीडिया भ्रामक सूचनाएं फैला रहा है?

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

<p>आपकी बात, क्या सोशल मीडिया भ्रामक सूचनाएं फैला रहा है?</p>
सोच समझकर करें इस्तेमाल
सोशल मीडिया ने अपनी बात कहने का मंच अवश्य दिया है, पर इस साधन का कुछ लोग दुरुपयोग भी कर रहे हैं। यह देश व समाज के लिए बेहद चिंताजनक स्थिति है। तकनीक का यदि उचित इस्तेमाल हो तो वह वरदान बन सकती है और गलत हो तो वह अभिशाप भी साबित होती है। इसलिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल सोच समझकर किया जाए।
-साजिद अली, इंदौर
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अफवाह न फैलाएं
सोशल मीडिया के जरिए अफवाहों को बढ़ावा देने का कार्य नहीं करना चाहिए। जो भी सूचना हो उसकी पूरी तहकीकात करके ही प्रसारित करना चाहिए।
-कैलाश चन्द्र मोदी, सादुलपुर, चूरू
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कठोर कानून बनाए जाएं
सोशल मीडिया पर गलत सूचनाएं डाल दी जाती हैं। इससे दंगे तक हो जाते हैं। ऐसे मामलों को रोकने के लिए कठोर कानून की जरूरत है।
-सुरेंद्र बिंदल, जयपुर
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दुरुपयोग रोका जाए
सोशल मीडिया भ्रामक प्रचार करने का हथियार बन गया है। सरकार ही सख्त कानून बनाकर इसके अनर्गल उपयोग पर प्रतिबंध लगा सकती है। सोशल मीडिया का दुरुपयोग रोकना जरूरी है।
-शकुंतला महेश नेनावा, इंदौर
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भ्रामक प्रचार पर लगे रोक
सोशल मीडिया के जरिए व्यक्ति अपने विचारों को जन-जन तक बड़ी आसानी से पहुंचा सकता है, लेकिन यह भी सच है कि सोशल मीडिया का दुरुपयोग भी हो रहा है। लोग इस माध्यम के द्वारा भ्रामक प्रचार करके लोगों में भ्रम पैदा कर रहे हंै। ऐसे भ्रामक प्रचार पर रोक लगनी चाहिए।
-महेश सक्सेना, भोपाल, मप्र
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जरूरी है सावधानी
सोशल मीडिया की लक्ष्मण रेखा का निर्धारण जरूरी है। सोशल मीडिया आज हर व्यक्ति के जीवन का हिस्सा सा बन गया है। रोजमर्रा की घटनाओं को आम जनता तक पहुंचाने का सोशल मीडिया अच्छा माध्यम बन गया है। सोशल मीडिया पर वायरल होने वाली सूचनाएं सभी को प्रभावित करती हंै। इसलिए गलत सूचनाओं का प्रसारण नहीं होना चाहिए। सोशल मीडिया का प्रयोग करते समय सावधानी रखी जानी चाहिए।
-डॉ.अजिता शर्मा, उदयपुर
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भ्रामक सूचनाएं न फैलाएं
सोशल मीडिया का गलत उपयोग कर भ्रामक सूचनाएं फैलाना सर्वथा अनुचित है। सकारात्मक संदेश के भय को कम करना चाहिए। सही सूचनाएं दी जानी चाहिए।
सरिता प्रसाद, पटना, बिहार
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जरूरी है जागरूकता
कोरोना महामारी के दौरान जहां सोशल मीडिया का उपयोग बढ़ा है, वहीं इस पर भ्रामक सूचनाओं की भी भरमार हो गई है। इससे लोग भ्रमित हो रहें हैं। कई कंपनियां भी लोगों से पैसे ऐंठने के लिए सोशल मीडिया पर झूठे विज्ञापन प्रसारित करती हैं। यही वजह है कि साइबर क्राइम में बढ़ोतरी हुई है। अत: लोगों को जागरूक रहना चाहिए।
-विभा गुप्ता, बैंगलुरु
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जुर्माना लगाया जाए
सोशल मीडिया पर भ्रामक सूचनाओं से बचने के लिए लोगों को जागरूक करना चाहिए। सोशल मीडिया पर भ्रामक खबरों को प्रचारित करने वालों पर जुर्माना लगाया जाना चाहिए और दोबारा ऐसा करने वालों को जेल की सजा दी जानी चाहिए। सरकार को भ्रामक खबरों को पहचानने के लिए एक विश्वसनीय नेटवर्क बनाना चाहिए।
-आलोक वालिम्बे, बिलासपुर, छत्तीसगढ़
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झूठ भी बन जाता है सच
सोशल मीडिया पर सच और झूठ दोनों त्वरित गति से प्रचारित-प्रसारित हो रहे हैं। इस सच्चाई से अनभिज्ञ जनता झूठ को भी सच मान लेती है। असत्य खबरों, आडियो और वीडियो को रोकना जरूरी है।
-मुकेश भटनागर, वैशालीनगर, भिलाई
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