आपकी बात, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी कैसे बढ़े?

पत्रिकायन में सवाल पूछा गया था। पाठकों की मिलीजुली प्रतिक्रियाएं आईं, पेश हैं चुनिंदा प्रतिक्रियाएं।

<p>आपकी बात, राजनीति में महिलाओं की भागीदारी कैसे बढ़े?</p>
किसी पर निर्भर न रहें महिलाएं
वर्तमान में ऐसा कोई क्षेत्र नहीं है, जहां महिलाओं की उपलब्धियां दर्ज न हों। जो काम पुरुष कर सकते हैं, वह महिलाएं भी बखूबी कर रही हैं। राजनीति में महिलाओं की भागीदारी अहम है। ऐसा देखा जाता है कि चुनाव में महिलाएं भाग तो लेती हैं, लेकिन जीत जाने के बाद उनके पति या बेटे ही सारे मामले निपटाते हैं। यह स्थिति बदलनी होगी। महिलाओं को अपना काम खुद ही करना होगा। तभी जाकर भारतीय राजनीति में महिलाओं की स्थिति मजबूत होगी
– लव कुमार, पश्चिमी चम्पारण, बिहार
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अनुभव की जरूरत
विभिन्न राजनीतिक दलों में सक्रिय महिला पदाधिकारियों की संख्या बहुत ही कम है। अधिकतर महिलाओं को चुनावों में टिकट भी उनके परिवार के कारण मिलता हैं। राजनीति में महिलाओं का प्रभाव बढ़ाने के लिए सर्वप्रथम उन्हें छात्र राजनीति में आगे बढऩा चाहिए। महिलाओं को मात्र पदों की जरूरत नहीं हैं, बल्कि उन्हें राजनीतिक अनुभव भी प्राप्त करना चाहिए।
-मनु प्रताप सिंह, चींचडौली,खेतड़ी
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हर क्षेत्र में सक्रिय हैं महिलाएं
ऐसा माना जाता है कि महिलाओं की अर्चना जहां होती है, वहां देवताओं का वास होता है। नारी आज किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं है। राजनीति में भी महिलाएं सक्रिय हैं। उन्हें प्रेरणा, सम्मान और स्वतंत्रता से काम करने का माहौल देने की आवश्यकता है।
-मनोज कुमार शर्मा, चेंगलपट्टु तमिलनाडु
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महिलाएं खुद आगे आएं
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए उन्हें स्वयं आगे आना होगा और अपनी योग्यता साबित करनी होगी। महिलाएं शुरुआत में स्थानीय जनहित के मुद्दे को लेकर आवाज उठाएं और समाज में अपनी पहचान बनाएं। स्थानीय निकायों के चुनाव में टिकट लेकर अपनी दावेदारी प्रस्तुत करें। इस प्रकार वे अपनी योग्यता के बल पर जीत हासिल कर सकती हंै और संसद तक पहुंच सकती हैं। राजनीतिक दल योग्य महिलाओं को चुनाव लडऩे का अवसर प्रदान करें। महिलाओं को आरक्षण का जो विधेयक लोकसभा में लंबित है, उसे शीघ्रता पूर्वक पास किया जाए।
-लता अग्रवाल, चित्तौडग़ढ़
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जागरूक हों महिलाएं
महिलाओं को स्वाभिमान के साथ जीना चाहिए। उनको पुरुषों पर निर्भरता छोड़नी होगी। अब जब दोनों को बराबर का दर्जा है, तो उन्हें राजनीति में भी अवसर मिलना चाहिए। इसके लिए महिलाओं को जागरूक होना चाहिए।
मनोहर सिंह ,बीका , जोधपुर
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लंबित विधेयक पारित किया जाए
राजनीति में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी के लिए महिलाओं के लिए आरक्षण संबंधी लंबित विधेयक पारित किया जाए। पुरुषों को अपनी पुरातन सोच बदलनी चाहिए एवं महिलाओं को राजनीति में पर्याप्त अवसर देने चाहिए।
-सतीश उपाध्याय, मनेंद्रगढ कोरिया, छत्तीसगढ़
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अवसर की जरूरत
राजनीति में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के कई रास्ते हैं। महिलाएं हर क्षेत्र में अच्छा काम कर रही हैं। राजनीति में महिलाओं को अधिक से अधिक अवसर दिया जाए, तो निश्चित ही वे राजनीति में भी सफल होंगी। इसका जीता जागता उदाहरण इंदिरा गांधी थी। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेई ने उनको दुर्गा का अवतार बताया था।
-अरुण भट्ट, रावतभाटा
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खुद सक्रिय हों महिलाएं
महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए पंचायत या नगरीय स्तर पर महिलाओं को आरक्षण दिया गया है। मुश्किल यह है कि पद पर आसीन तो महिलाएं रहती है, लेकिन कार्य उनके पति करते हैंं। केवल पद पर रहना ही पर्याप्त नहीं है। महिलाओं को खुद सक्रिय होना होगा।
-नटेश्वर कमलेश, चांदामेटा, मध्य प्रदेश
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उत्तर प्रदेश में प्रयोग
हाल ही में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा ने उत्तर प्रदेश में 40 प्रतिशत टिकट महिलाओं को देने की घोषणा की है। यदि यूपी में यह प्रयोग सफल हो जाता है, तो फिर सभी दल इसका अनुसरण करेंगे। यदि यह प्रयोग वहां विफल हो गया, तो फिर कोई भी दल ऐसे आत्मघाती कदम कभी नहीं उठाएगा। हमारे देश में इस तरह के सभी फैसले राजनीतिक फायदे को ध्यान में रखते हुए लिए जाते हैं।
-अशोक कुमार जैन, कोटा
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जरूरी है आरक्षण
महिलाओं को हर क्षेत्र में 50 प्रतिशत आरक्षण दिया जाए। राजनीति और अन्य विविध क्षेत्रों में महिलाओं की भागीदारी बढ़ाना अति आवश्यक है। सभी जगह महिला शक्ति केंद्र की स्थापना की जाए। शिक्षा के जरिए महिलाओं में आत्मविश्वास पैदा किया जाए।
-संदीप छीपा, दौसा
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