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दरअसल, आरोपी का नाम नूर अली है जो एक शातिर ठग है। उसे नोएडा के सेक्टर 36 स्थित साइबर थाना पुलिस ने सहारनपुर बॉर्डर से गिरफ्तार किया है। साइबर सेल थाना इंस्पेक्टर विनोद पांडेय ने बताया कि एक साल पहले बागपत में रहने वाले अमित शर्मा ने मुकदमा दर्ज कराया कि उनके पिता पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त हैं। उनसे ट्रेजरी अधिकारी बनकर 24 लाख की ठगी की गई। मुकदमा ट्रांसफर होकर बागपत से नोएडा साइबर थाना पुलिस के पास जांच के लिए आ गया। जांच के दौरान पता चला कि नूर अली निवासी गांव मुरली जिला भागलपुर बिहार नाम का व्यक्ति ठगी कर रहा है। पुलिस ने मुखबिर सूचना पर गिरफ्तार किया है। पूछताछ में उसने बताया है कि वह अपने भाई के अलावा झारखंड के जामताड़ा के रहने वाले अपने अन्य साथी सफरुद्दीन अंसारी, कलीम अंसारी, अहमद अंसारी, अंकित कुमार और छोटन के साथ मिलकर ठगी का गिरोह चला रहा था। आरोपित वर्तमान में पंजाब के फतेहगढ़ जिले में मकान बनाकर रह रहा था। विनोद पांडेय ने बताया कि ट्रेजरी अधिकारी बनकर अलग-अलग प्रदेशों में सेवानिवृत्त हुए सरकारी कर्मचारियों को पेंशन का डाटा अपडेट करने के लिए फोन करते थे और बैंक खाते से संबंधित जानकारी लेते थे। ओटीपी मांग कर कर्मचारी के खाते में ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा एक्टिवेट कर देते थे। जैसे ही खाते में कोई रकम जमा होती थी आरोपी उसको अपने खाते में ट्रांसफर कर लेते थे। खातों में रकम ट्रांसफर करने के लिए अलग-अलग फर्जी पते पर कुल 100 बैंक खाते खुलवाए गए थे। खातों के अलावा आरोपी ने आनलाइन 40 वालेट भी बनाए थे, जिनमें ठगी की रकम भेजी जाती थी।
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