यह भी पढ़ें- सूरजकुंड श्मशान घाट में लगी कोरोना से मरने वाले शवों की लाइन, कम पड़े प्लेटफार्म जिले में प्रत्येक सातवां संदिग्ध कोरोना मरीज कोरोना पॉजिटिव है। 10 अप्रैल से 13 अप्रैल के बीच यह स्थिति रही। इसके बाद की जांच रिपोर्ट नहीं आई है। चार दिनों में करीब 15 हजार लोगों की कोरोना जांच हुई। इसमें करीब 2250 संक्रमित मिले। स्वास्थ्य विभाग रोज दो हजार से अधिक लोगों की आरटी-पीसीआर जांच कर रहा है। सीएमओ डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि रिपोर्ट 24 घंटे में मिल रही है, लैब में सिर्फ दो दिनों के 350 नमूनों की रिपोर्ट ही लंबित हैं। जबकि जिला अस्पताल में प्रतिदिन 100 से अधिक लोग पांच दिनों से रिपोर्ट के लिए भटक रहे हैं। क्योंकि उन्हें पोर्टल पर अपनी रिपोर्ट नहीं दिख रही है। अप्रैल महीने में मरीजों की संख्या लगातार बढ़ी है, जिसने लोगों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं। वहीं बेड की संख्या की भी कमी आने के बाद लोग अस्पताल के चक्कर काट रहे हैं। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. दीपक ओहरी ने बताया कि वर्तमान में जांच में 15 प्रतिशत मरीज कोरोना पॉजिटिव मिल रहे हैं।
बिना मास्क घूमने वाले तीन हजार लोगों का चालान इस बीच कोविड प्रोटोकोल के उल्लंघन पर अब पुलिस के तेवर भी सख्त होते जा रहे हैं। बिना मास्क पहने निकलने वाले लोगों पर सख्त कार्रवाई हो रही है। बिना मास्क के सार्वजनिक स्थानों पर घूमने वालों पर विशेष अभियान चलाकर 3010 व्यक्तियों पर चालान की कार्यवाही करते हुए 3,49,400 रुपए का जुर्माना वसूला गया, जिसमें 33 व्यक्तियों पर संशोधित 1000 रुपए की दर से चालान किया गया है। वहीं, 1410 वाहनों का चालान करते हुए कुल 79700 रुपए शमन शुल्क वसूला गया है। साथ ही 04 वाहनों को सीज भी किया गया। 92 व्यक्तियों के विरुद्ध धारा 188 भादवि के अंतर्गत कार्यवाही करते हुए कुल 31 अभियोग पंजीकृत किए गए हैं।