राज्यसभा में गुरुवार को चर्चा के दौरान महाराष्ट्र में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते प्रकोप का मुद्दा जोरशोर से उठा। इसके जवाब में शिवसेना सांसद संजय राउत ने केंद्रीय मंत्री हर्षवर्धन पर पलटवार किया। राउत ने कहा, कुछ लोग महाराष्ट्र की आलोचना कर रहे हैं। मैं उन सभी से पूछना चाहता हूं कि वहां इतने लोग कोरोना से ठीक कैसे हुए। क्या सभी लोग ‘भाभी जी का पापड़’ खाकर ठीक हुए। यह कोई राजनीतिक युद्ध नहीं है बल्कि, लोगों के जीवन को बचाने की लड़ाई है।
संजय राउत ने सदन में कहा, मेरी मां और मेरा भाई कोरोना से संक्रमित हैं। महाराष्ट्र में कई लोग इस संक्रमण से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं। धारावी में भी स्थिति नियंत्रण में है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (World Health Organisation) ने इस मामले में बीएमसी की तारीफ भी की है। मैं यह जानकारी इसलिए दे रहा हूं, क्योंकि कुछ लोग महाराष्ट्र के प्रयासों पर सवाल खड़ा कर रहे हैं।
राउत ने देश की कमजोर आर्थिक स्थिति के मुद्दे पर केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने शून्यकाल में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट (Jawaharlal Nehru Port Trust) के निजीकरण का मुद्दा भी उठाया। राउत ने सरकार से मांग की कि केंद्र लाभकारी और राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट का निजीकरण नहीं करे। उन्होंने कहा, पोर्ट ट्रस्ट के निजीकरण का मतलब है कि 7 हजार एकड़ जमीन निजी हाथों में चली जाएगी। इससे बेरोजगारी और बढ़ेगी, क्योंकि निजीकरण होने पर सबसे पहले कामगारों की छंटनी की जाएगी। यह एक महत्वपूर्ण बंदरगाह और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिहाज से भी खास है।