कोरोना योद्धा बने डॉक्टर और नर्स सम्मानित

कोरोना को नजरअंदाज न करें, इससे केस में वृद्धि होती है- सत्येंद्र जैन

<p>कोरोना के खिलाफ लड़ाई में सक्रिय रहे डॉक्टर व नर्सों को मंगलवार को दिल्ली विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित करते दिल्ली के स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन और विधानसभा अध्यक्ष रामनिवास गोयल।</p>

नई दिल्ली। दिल्ली विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान गुरु तेग बहादुर और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के कोरोना योद्धा डाक्टरों और नर्स को सम्मानित किया गया। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने कहा कि कोरोना बार-बार होने वाला संक्रमण है। जब हम सुरक्षा को नजरअंदाज कर देते हैं, तभी इसमें बढ़ोतरी होती है। डॉक्टर भगवान के भेजे संदेश वाहक के समान हैं, जिन्हें लोगों की जिंदगी को बचाने की जिम्मेदारी दी गई है। वहीं, दिल्ली विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान कोरोना योद्धाओं ने अपना अमूल्य योगदान देकर दिल्ली को गौरवांवित किया है।

दिल्ली में कोरोना काल के दौरान अपनी जान दांव पर लगाकर लोगों की सेवा करने वाले गुरु तेग बहादुर अस्पताल और दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल के कोरोना योद्धा डॉक्टर और नर्स को दिल्ली विधानसभा में आयोजित कार्यक्रम के दौरान सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन के साथ विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल समेत अन्य गणमान्य लोग मौजूद रहे। इस दौरान स्वास्थ्य मंत्री सत्येंद्र जैन ने अस्पताल के सभी डॉक्टर एवं स्टाफ को धन्यवाद देते हुए कहा कि सभी ने अपनी जान जोखिम में डालकर मरीजों की सेवाकी है। 100 साल बाद ऐसी महामारी आई है और इसके इलाज को लेकर हमारे पास पहले से कोई साधन नहीं था, लेकिन बहुत कम समय में ही हमने कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण पा लिया। कोरोना के केस को नियंत्रित करने में दिल्ली देश का सर्वश्रेष्ठ राज्य बन गया। हमें जागरूक होने की आवश्यकता है और इसके साथ रहना भी सीखना होगा। दिल्ली में कुछ दिनों पहले प्रतिदिन 200 से भी कम केस आ रहे थे, लेकिन अब यह संख्या बढ़कर 800-900 हो गई है। अन्य बीमारियों की तरह, हमें यह सीखना होगा कि अपनी सुरक्षा कैसे करें? इसलिए हमें अपनेहाथों को बार-बार धोने, मास्क पहनने समेत अन्य सावधानियां बरतनी होगी।

सत्येन्द्र जैन ने कहा कि कोरोना महामारी के खिलाफ यह लड़ाई सिर्फ कोरोना योद्धाओं के कारण ही संभव हुई है। दिल्ली सरकार ने होम आइसोलेशन की तरह कई और नई सफल तकनीकों को दुनिया के सामने पेश किया। दिल्ली सरकार ने ऑक्सीजन कांसेंट्रेटर को देश में सबसे पहले अपनाया था। उस वक्त कोई भी इसकीउपयोगिता को स्वीकार करने के लिए तैयार नहीं था। हालांकि, कुछ महीनों बाद केंद्र सरकार ने इसे अपने प्रोटोकॉल में शामिल कर लिया। एचएफएनओ और बाई-पैप को भीदिल्ली सरकार ने अपनाया था, जिसके बहुत बाद केन्द्र सरकार ने इसे भी अपने प्रोटोकॉल में शामिल किया। केजरीवाल सरकार ने महामारी के दौरान 50 हजार से अधिक पल्स ऑक्सीमीटर खरीदे और मरीजों के घर पहुंचाया। साथ ही कोविड-19 के इलाज के लिए प्लाज्मा थेरेपी का उपयोग करने वाला दिल्ली दुनिया का पहला राज्य था और एक महीने के अंदर ही अमेरिका के राष्ट्रपति ने घोषणा की कि कोविड-19 उपचार में प्लाज्मा थेरेपी सबसे फायदेमंद है। हमारे मेडिकल स्टाफ की ओर से किए गए प्रयासों को शब्दों में व्यक्त नहीं किया सकता है। लेकिन, अभी भी हमें एक लंबारास्ता तय करना है। मैं आपके समर्पण और कड़ी मेहनत के लिए आप सभी का आभार व्यक्त करता हूं।

सत्येन्द्र जैन ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र, दिल्ली संशोधन विधेयक-2021 पर कहा कि ब्रिटिश काल में भी संसद थी और चुनाव हुआ करते थे। उस समय भी सांसद चुने जाते थे। लेकिन निर्णय लेने की शक्तियां उनके हाथ में नहीं थीं। यह सभी निर्णय लेने वाला वायसराय था। इसी को केंद्र सरकार फिर से दोहराने का काम कर रहीहै। दिल्ली के लोगों ने अपने विधायकों को चुना, लेकिन शासन एलजी के पास है। भाजपा ने चुनाव लड़ा, लेकिन वो नहीं जीत पाई। इसलिए दिल्ली पर शासन करने के लिए सारी शक्तियां एलजी को दे रही है। ब्रिटिशशासन फिर से लाया जा रहा है।

सत्येन्द्र जैन ने कहा कि मेरा मानना है कि लोगों को इस हकीकत से अवगत होने की आवश्यकता है कि उनके वोट का अपमान किया जा रहा है। दिल्ली के लोगों का केंद्र सरकार की ओर से अपमान किया गया है। मुझे उम्मीद है कि लोग इसके खिलाफ आवाज उठाएंगे। केंद्र सरकार इस धारणा में है कि दिल्ली के अधिकांश लोग इस संशोधित बिल के खिलाफ नहीं हैं। लेकिन हमें विश्वास है कि वे इसके खिलाफ हैं और हम उन्हें जागरूक करेंगे। केंद्र सरकार एलजी को शक्तियां दे सकती है, लेकिन हम आगे भी लोगों के कल्याण की दिशा में काम करते रहेंगे। जिस काम को करने में हमें 16 घंटे लगते थे, अब उसमें 18 घंटे लग सकते हैं, लेकिन हम अभी भी कामकरेंगे, रुकेंगे नहीं।

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