दिल्ली में न्यूयॉर्क की तर्ज पर बनेगा सेंट्रल रिज

– प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए कमेटी बनी
– पांच साल में 423 हेक्टेयर में कीकर की जगह स्थानीय प्रजाती के पौधे लगेंगेः गोपाल राय

<p>दिल्ली में न्यूयॉर्क की तर्ज पर बनेगा सेंट्रल रिज</p>

नई दिल्ली। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने न्यूयॉर्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर दिल्ली में सेंट्रल रिज विकसित करने के लिए काम शुरू कर दिया है। इस प्रोजेक्ट की निगरानी के लिए सोमवार को सरकार ने कमेटी का गठन कर दिया।

पूरे सेंट्रल रिज इलाके के इस प्रोजेक्ट को अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर विकसित किया जाएगा। इसके लिए 6 सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। प्रमुख सचिव की अध्यक्षता में हर दो सप्ताह में कमेटी की बैठक होगी। कमेटी परियोजना की निगरानी, समय सीमा के भीतर काम और अंतरराष्ट्रीय मानकों के आधार पर निर्माण सुनिश्चित करेगी। पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कहा कि प्रोजेक्ट के तहत पांच साल में 423 हेक्टेयर क्षेत्र से कीकर को हटाकर स्थानीय प्रजाती के पौधे लगाने का लक्ष्य हासिल किया जाएगा।

सलाहकार समिति की हर दो सप्ताह में बैठक होगी। परियोजना की प्रगति की समीक्षा करने और समय सीमा में आदेश की पालना सुनिश्चित करने के लिए बैठक का आयोजन किया जाएगा। सलाहकार समिति सभी सिविल कार्यों के डिजाइन में उच्चतम अंतर्राष्ट्रीय मानकों का पालन सुनिश्चित करेगी। सलाहकार समिति में 6 लोग शामिल हैं।

न्यूयार्क के सेंट्रल पार्क की तर्ज पर तैयार होगा
दिल्ली में सेंट्रल रिज को विलायती कीकर से मुक्त किया जाएगा। इसका क्षेत्रफल 800 हेक्टेयर के करीब है। इसमें बुद्धा जयंती पार्क से लेकर तालकटोरा स्टेडियम और दिल्ली कैंटोनमेंट का क्षेत्र आता है। इसमें से सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट के तहत 423 हेक्टेयर क्षेत्र को विकसित किया जाएगा। जिन स्थानों पर विलायती कीकर नहीं हैं वहां पर स्थानीय प्रजाति के पौधे लगाने का काम पहले शुरू कर दिया जाएगा।

तितलियों के लिए बनेगी सफारी
सेंट्रल रिज प्रोजेक्ट के तहत घास का मैदान भी विकसित किया जाएगा। इसे पक्षियों और तितलियों के लिए सफारी के तौर पर विकसित किया जाएगा। इस प्रोजेक्ट में आसपास के पार्क भी शामिल किए जाएंगे। इससे दिल्ली को काफी हद तक प्रदूषण से भी राहत मिलेगी।

कमेटी के अध्यक्ष होंगे प्रमुख सचिव
6 सदस्यीय सलाहकार समिति के अध्यक्ष प्रमुख सचिव होंगे। वन विभाग के प्रधान मुख्य वन संरक्षक सदस्य सचिव होंगे। इसके अलावा विशेषज्ञ सीआर बाबू, पेड़ विशेषज्ञ प्रदीप, सलाहकार रीना गुप्ता और आर्किटेक्ट सुदित्या सिन्हा को कमेटी शामिल किया गया है।

एडवाइजरी कमेटी के ये होंगे कार्य
-परियोजना के क्रियान्वयन के संबंध में प्रोजेक्ट की निगरानी करना।
– उच्चतम अंतरराष्ट्रीय मानकों को सुनिश्चित करना
-प्रोजेक्ट के प्रत्येक पहलु से जुड़ी प्रक्रिया की निगरानी करना।

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