7वीं बार आयोजित किए जा रहे इन खेलों में पूरी दुनिया से लगभग 400 खिलाडिय़ों ने हिस्सेदारी की थी, जिसमें भारत के लिए जॉबी मैथ्यू ने सबसे ज्यादा 6 पदक अपने नाम किए। बेंगलूरु के सीवी रजाना और देवप्पा मोरे बौना विश्व कप के ‘उसेन बोल्ट’ साबित हुए किए। रजाना ने 200 मीटर दौड़ और देवप्पा ने 100 मीटर दौड़ में सबसे आगे फर्राटा लगाकर गोल्ड मेडल अपने नाम किया।
भारतीय दल के मैनेजर शिवानंद गुंजाल ने 15 गोल्ड जीतने का देश के लिए 15 अगस्त का तोहफा बताया। उन्होंने कहा, ये साल अद्भुत रहा। इन सभी ने बेहतरीन खेल दिखाया। जब हम यहां आए तो पूरे देश को स्वतंत्रता दिवस पर कुछ तोहफा देना चाहते थे। हमें बहुत इज्जत मिली है और हमें इस पर फक्र है। हम 15 अगस्त पर देश को 15 गोल्ड मेडल समर्पित कर बहुत खुश हैं।
इन खिलाडिय़ों की इस सफलता पर केंद्रीय खेल मंत्री विजय गोयल ने भी ट्वीट करते हुए खुशी जताई। उधर, टोरंटो में भारतीय दूतावास ने दल के सभी खिलाडिय़ों का इस सफलता के लिए भारतीय स्वतंत्रता दिवस पर समारोह आयोजित करते हुए सम्मान किया।