तस्कर कमल राणा का खाका बनाने में जुटी पुलिस, दो गुर्गे मंदसौर में गिरफ्तार

तस्कर कमल राणा का खाका बनाने में जुटी पुलिस, दो गुर्गे मंदसौर में गिरफ्तार

<p>Alwar Crime News: एक क्लिक में पढ़ें अलवर के अपराध और पुलिस से जुड़ी मुख्य खबरें</p>
नीमच। सन 2011 में जालोर जेल तोड़ कर फरार हुए कुख्यात तस्कर कमल राणा को जब अक्टुबर 2016 में मप्र पुलिस ने रणथम्बोर से गिरफ्तार किया तो प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने खास तौर से नीमच पुलिस को बधाई दी थी। कारण था कि कमल राणा पर 25 से भी ज्यादा मुकदमे दर्ज थे। अब लॉकडाउन के दौरान भी कमल राणा की गैंग सक्रिय है, अभी मंदसौर पुलिस के हत्थे दो गुर्गे पकड़़ाने के बाद नीमच एसपी ने भी कमल राणा के अपराध की फाइल बनाना शुरू कर दिया है।

बताया गया था कि कमल राणा के नेटवर्क में 500 से भी ज्यादा लोग शामिल थे। शातिर कमल राणा की गैंग में पुलिस के लोग, कई गांवों के युवा और सोशल मीडिया पर लिखने वाले लोग शामिल थे, जिनके दम पर कमल राणा फरारी में भी डोडाचुरा, स्मैक और अफीम की तस्करी कर रहा था। इसी दौरान राणा के एक साथी को एक देशी कारबाइन और मैगजीन के साथ गिरफ्तार किया गया था। राणा पर राजस्थान और मप्र दोनों प्रदेशों की पूलिस ने 25-25 हज़ार रुपये का इनाम घोषित कर रखा था। पुलिस में राणा के सहयोगी कभी भी यह नही चाहते थे की राणा गिरफ्तार हो और उन पुलिस वालों की वर्दी पर आंच आए। उनमें से कई अब भी जिले में ही पदस्थ हैं। राणा की गिरफ्तारी के लिये खास तौर पर साईबर एक्सपर्ट योगेंद्र सिंह सिसोदिया को लगाया गया था।

छवि चमकाने सोशल मीडिया पर रख रखे हैं गुर्गे
पुलिस ने जानकारी दी थी कि भोपाल, उदयपुर, मंद्सौर, प्रतापगढ और नीमच जिले के 100 से ज्यादा लोगों ने राणा को संरक्षण दे रखा था। इन सभी सहयोगियों के नाम सामने आने थे मगर यह तो दूर की बात खुद कमल राणा पर दर्ज दर्जनों मामलों में राणा आसानी से जमानत पर बरी होता गया। साफ है कि नीमच पुलिस के लोग अब भी उसका सहयोग कर रहे हैं। यही नही छवि चमकाने के लिए सोषल मीडिया पर कुख्यात तस्कर कमल राणा के नए-नए नाम गढ़े जा रहे हैं। लगातार कमल राणा से वित्त पोषित कर्मी उसे हिंदु डॉन, हनुमान जी का भक्त, लोकप्रिय आदी उपाधियों से नवाज रहे हैं। ताकि कमल राणा को तस्कर से समाज सेवी और उसके बाद नेता का गेटअप दिया जा सके। यह सारी कवायद उसकी सेकड़ो करोड़ की संपत्ति को बचाने और एक नम्बर में तब्दिल करने के लिये है। इस काम में कई ठेकेदार उसकी मदद कर रहे हैं।

नीमच पूलिस में सहयोगियों के चलते नही हुई कड़ी कार्रवाई, मंदसौर पूलिस ने पकड़ा दो गुर्गों को
बिते 5 वर्षों में नीमच पूलिस अधीक्षक बदलते गये लेकिन नीमच जिले में राणा और उसकी गैंग पर लम्बे समय से कोई कड़ी कार्रवाई नही हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के माफिया अभियान में भी अन्य तस्करों पर कार्रवाईयां हुई लेकिन जिले में बरसों से जमे कूछ पूलिस कर्मीयों ने लगातार वरिष्ठों को अंधेरे में रखा। जिस के चलते पूलिस कमलराणा और उसके गुर्गों के खिलाफ प्रभावी कार्रवाई कर उनके नाम सामने लाने में असफल रही और तो और बिते दिनों में दो कार्रवाईयों में मंद्सौर (नारायणगढ़) पूलिस द्वारा नीमच जिले से कमल राणा के दो साथीयों को गिरफ्तार किया गया । हर्कियाखाल चौकी के पास ही फंटे से दशरथ सिंह को पुलिस ने गिरफ्तार किया। पुलिस ने बताया की उसकी निशानदेही पर नीमच से हाल ही में 29 अप्रेल को हवाला कारोबारी दिनेश कुमार जैन को भी गिरफ्तार किया गया जो कमल राणा की डोडाचुरा तस्करी में फायनेंस का काम देखता है।

संज्ञान में आने पर एसपी सूरज कुमार वर्मा ने शुरु की कार्रवाई
हालांकि बिते 4 माह में विभिन्न घटनाक्रमों से वाकीफ होने के बाद नीमच पूलिस अधीक्षक सुरज कुमार वर्मा ने कमल राणा पर शिकंजा कसना शुरु कर दिया है। अब पूलिस की कमल राणा सहित विभिन्न तस्करों पर लगातार नजऱ हैं। जिन पर कार्र्वाईया होंगी साथ ही कमल राणा की करोड़ो की संपत्ति को राजसात करने की तैयारी भी कर ली गई है।

इनका यह कहना है
जिले में कमल राणा की प्रॉपर्टी की लिस्टींग कर ली गई है, प्रस्ताव सफेमा कोर्ट, मुम्बई भेजे जा चुके हैं, अन्य तस्करों के भी शामिल हैं, कूछ के प्रस्ताव कंफर्म हो गये हैं कूछ अंडर प्रोसेस हैं। जो प्रापर्टीज़ नीमच में नही हैं या प्रदेश के बाहर राजस्थान में हैं उसे बॉम्बे कोर्ट ने ज्यूरिडिक्शनके हिसाब से दिल्ली फॉर्वर्ड किया है। इसके अलावा पिछ्ले महिने भी एनडीपीएस में कार्रवाईयां हुई थी, लगातार तस्करों की गतिविधियों पर नजऱ रखी जा रही हैं। कोवीड की वजह से पूलिस अन्य कार्यों में भी व्यस्त है लेकिन आगे भी लगातार कार्रवाईयां होंगी।
– सूरज कुमार वर्मा, एसपी नीमच।

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