कुख्यात फरार तस्कर कमल राणा की चीताखेड़ा के जंगलों में अवैध गतिविधि

– राणा व इनके गुर्गे द्वारा अवैधानिक गतिविधि जारी

<p>कुख्यात फरार तस्कर कमल राणा की चीताखेड़ा के जंगलों में अवैध गतिविधि</p>
नीमच। हिन्दू डॉन के नाम से जाने वाला नाम फरार कुख्यात मादक पदार्थ तस्कर कमल राणा की चहलकदमी अब चिताखेड़ा के जंगलों में इन दिनों देखी जा रही हैं। दो नंबर का कारोबार भी इन दिनों इस क्षेत्र में खूब फल-फूल रहा हैं। कलम राणा की अवैधानिक गतिविधियों जोरो पर हैं। यहां से महज तीन किलोमीटर दूर ही राजस्थान बॉर्डर लग जाने के कारण तस्कर ने इस गांव का अपना अड्ढ़ा बनाकर तस्करी का कारोबार शुरू कर दिया है। मादक पदार्थ तस्कर बाबू सिंधी के जेल में जाने के बाद एकतरफा राज कमल राणा का हो गया है और जोरो पर राजस्थान में मादक पदार्थ की तस्करी जारी है। मंदसौर पुलिस ने भी चीताखेड़ा में उपस्थिति की सूचना पर दबिश दी, लेकिन गुर्गे सक्रिय होने के चलते वह पहले से भी भाग निकला।

चीताखेड़ा ग्रामीणों की माने तो इस क्षेत्र में दो नंबर का कारोबार कमल राणा के साथियों द्वारा किया जा रहा हैं। वही कमल राणा की एंट्री से क्षेत्र में तस्करों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं। ऐसा नही हैं कि इस मामले में पुलिस को कोई जानकारी नही हैं जानकर भी जीरन क्षेत्र की पुलिस अंजान बनी हुई हैं। सूत्रों के अनुसार कमल राणा का मैनेजमेंट मदन पाटीदार नाम के व्यक्ति के हाथों में हैं और ये बखूबी दो नंबर के कारोबार को आगे बढ़ाने में इनकी भूमिका भी अहम मानी जा रही हैं। अगर जीरन पुलिस मदन नामक व्यक्ति पर निगाह रखे तो दो नंबर का कारोबार राणा गेंग पर शिकंजा कसा जा सकता हैं ।

पग डंडियों का सहारा राणा को मददगार बना रही
चीताखेड़ा के जंगलों व आवरी माता क्षेत्र में ऐसी कई पग डंडिया हैं जो सीधे राजस्थान की सीमा से जुड़ती हैं। इन दिनों ये पग डंडिया कमल राणा ओर इनके साथियों के लिए भी मददगार बन रही ह।ैं उपयोग में हो रही हैं। पग डंडी के रास्ते पर ना तो पुलिस पंहुच पाती हैं। कारण ऐसी कई पग डंडिया जिस पर पुलिस के पंहुचने से पहले ही राणा व इनके साथियों को इसकी भनक लग जाती हैं । ओर वहां से सीधे राजस्थान की सीमा पर प्रवेश कर जाते हैं। अगर इस रास्ते पर से कोई अनजान व्यक्ति निकलता हैं तो इनके मुखबिर तुरन्त फोन पर राणा की गेंग को सचेत कर देता हैं। उस व्यक्ति की जानकारी इक_ी कर इनके साहगीरों को भेज दी जाती हैं। जिससे कि दो नंबर का कारोबार करने वाले समय से पहले शातिर हो जाते हैं ।

राणा को नारायणगढ़ पुलिस कर रही तलाश
पूर्व में नीमच पुलिस ने कमल राणा को रणधम्बोर से गिरफ्तार किया गया था। और कुछ साल जेल में रहने के बाद इन्हें जमानत पर छोड़ दिया था । लेकिन इन दिनों कमल राणा चीताखेडा और ताल गांव में देखा जा रहा है। जहां से अवैध मादक पदार्थ एकत्रित कर तस्करी कर रहा है।

इनका यह कहना है
चीताखेड़ा में कमल राणा की उपस्थिति पर मंदसौर से कोई पुलिस टीम आने की थाने पर कोई सूचना नहीं दी गई है। कमल राणा अगर यहां पर उपस्थिति दे रहा है तो जल्द पुलिस गिरफ्तार करेगी।
– योगेंद्र सिंह सिसौदिया, थाना प्रभारी जीरन।

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