शहर के गोदाम से 37 क्विंटल डोडा चूरा जप्त मामले में खरीददार गिरफ्तार,  वाहन चालक हरिओम की तलाश

– डोडा चुरा खरीदार युवक को किया अजमेर से गिरफ्तार

<p>शहर के गोदाम से 37 क्विंटल डोडा चूरा जप्त मामले में खरीददार गिरफ्तार,  वाहन चालक हरिओम की तलाश</p>

नीमच। शहर के तिलक नगर स्थित एक गोदाम से भारी मात्रा में ३७ क्विंटल डोडाचूरा जब्ती के मामले में गोदाम मालिक घटना पुलिस दबिश के दिन से ही फरार है, लेकिन पुलिस को गिरफ्तार नौकर गोपाल की निशानदेही पर डोडाचूरा खरीददार आरोपी युवक संपत रावत को राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता मिली है। मनासा पुलिस ने नौकर गोपाल का रिमांड खत्म होने के चलते उसे भी डोडाचूरा खरीदने के आरोपी संपत के साथ न्यायालय में पेश किया। जिन्हें न्यायालय ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए सौंपा है। अभी तक की पूछताछ में सामने आया है कि पुलिस की गिरफ्त में आया गोपाल खाली वाहन लेकर आता था, जबकि भरा वाहन कुकडेश्वर निवासी चालक हरिओम रावत लेकर जाता था। अब पुलिस ने फरार गोदाम मालिक मनीष तिवारी और चालक हरिओम की तलाश है। जिनकी गिरफ्तारी के बाद कई तस्करों के नाम उजागर होंगे।

मनासा थाना प्रभारी केएल डांगी ने बताया कि दिनांक 09 जुलाई को मुखबिर सुचना पर मनीष तिवारी के गोडाउन मकान तिलक नगर नीमच से 37 क्विंटल डोडाचुरा एव कई वाहन बरामद किए गए थे। जिसमें आरोपी गोपाल को गिरफ्तार किया गया था, उसी तारतम्य में पुलिस अधीक्षक सुरज कुमार वर्मा द्वारा स्वयं प्रकरण की मानिटरिंग की जा रही थी। जिनके द्वारा एक टीम निरीक्षक योगेन्द्रसिंह सिसोदिया के नेतृत्व में राजस्थान रवाना की गई थी उक्त टीम द्वारा दो-तीन दिन तक लगातार पतारसी करते हुए राजस्थान के बांदनवाडा जिला अजमेर से प्रकरण के मुख्य अभियुक्त संपत उर्फ नरेन्द्रसिंह रावत पिता भागचंद रावत निवासी ग्राम गोवलिया थाना भिनाई जिला अजमेर राजस्थान को गिरफ्तार कर मंगलवार को न्यायालय में पेश किया गया। जिसने पूछताछ में फरार आरोपी मनीष तिवारी से प्रत्येक माह में तीन चार बार 4-5 क्विंटल डोडाचुरा ले जाना स्वीकार किया। आरोपी से प्रकरण में पूछताछ की जा रही है और भी खुलासा होने की संभावना है। आज पुलिस ने आरोपी संपत और नौकर गोपाल का रिमांड खत्म होने पर न्यायालय में पेश किया, न्यायालय ने दो दिन के पुलिस रिमांड पर पूछताछ के लिए पुलिस को सौंपा है। उक्त कार्यवाही मे निरी योगेन्द्र सिंह सिसौदिया थाना प्रभारी जीरन, उप निरीक्षक शिव रघुवंशी , प्रआर नीरज प्रधान प्रआर. श्रीपाल , प्रआर. प्रकाश सिनम , प्रआर. प्रशांत जयंत द्वारा सराहनीय योगदान रहा। उपरोक्त मामले में सूत्रों की मानें तो बुधवार को पुलिस विभाग व नगरपालिका की टीम द्वारा मनीष तिवारी के गोडाउन एवं घर को ध्वस्त करने की कार्रवाई की जा सकती है।

यहां होती है मादक पदार्थों की तस्करी सरेआम, न नारकोटिक्स का खौफ, न पुलिस की रेड
नीमच, मंदसौर और जावरा क्षेत्र में अफीम की खेती अनूकूल होती है। इस लिहाज से देशभर के अन्य हिस्सों की तुलना में मालवा में अफीम की पैदावार ज्यादा होती है। इस लिहाज से मादक पदार्थ तस्कर भी अंचल में सक्रिय है। लेकिन कृषि उपज की आड में मादक पदार्थों की तस्करी को अंजाम दिए जाने वाला एक संगठित गिरोह पिछले कुछ वर्षों से चल रहा है। पोस्तदाना के कई सफेदपोश व्यापारी इस गिरोह में शामिल है। पोस्ते की छनाई करने का लाईसेंस 2015 में सरकार ने अफीम की मात्रा ज्यादा पाई जाने के कारण निरस्त कर दिया था, लेकिन नीमच, मंदसौर, जावरा मंडी में अधिकांश पोस्ते के कारोबारी पोस्ते की छनाई कर उससे धोलापाली और कालादाना निकाल रहे है और इसे डोडाचूरा से भी उंचे दामों में बेचकर अकूत संपत्ति अर्जित कर रहे है। नीमच मंडी में बाबू सिंधी नामक पोस्ता कारोबारी ने सभी व्यापारियों से धोलापाली और कालादाना लेने का ठेका ले रखा है। आश्चर्य की बात तो यह है कि व्यापारियों के गोदामों से सरेआम मादक पदार्थों की तस्करी हो रही है, लेकिन आज तक न तो प्रशासन ने जांच पडताल की और न ही पुलिस ने। नतीजा धोलापाली और कालेदाने की तस्करी का खेल बैखौफ चल रहा है। किसानों से तो कम दामों में पोस्ता खरीद लेते है और उसे ही उंचे दामो में बेचने के लिए उसकी छनाई करने के लिए कई व्यापारियों ने सार्टेक्स लगा रखी है। वहां पर बीते छह सालों से यह काम चल रहा है। बकायदा फैक्टरी के बिजली बिल भी ये व्यापारी छनाई करने पर अदा कर रहे है। करीब छह—सात सार्टेक्स नीमच में संचालित हो रहे है, जो सिर्फ पोस्ते की छनाई के काम आती है। धोलापाली और कालादाना की तस्करी सरेआम हो रही है। नारकोटिक्स और पुलिस विभाग सिर्फ मूकदर्शक बनकर ही तमाशा देख रहा है। मंदसौर और जावरा मंडी में भी इस तरह का खेल चल रहा है, जिनके तार नीमच के सफेदपोश से जुडे हुए है।

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