जानकारी के मुताबिक 32 वर्षीय संदीप उइके संदीप पिता मंशलाल उइके ग्राम सारसटोल थाना अमरवाड़ा जिला छिंदवाड़ा के मूल निवासी थे। वो 2013 में पुलिस सेवा में आए और कुछ ही महिना पहले ही गाडरवारा थाना से उसकी नियुक्ति मुंगवानी थाने में हुई थी। उनके परिवार में बुजुर्ग माता-पिता हैं जो इकलौते बेटे की इस दर्दनाक मौत की खबर लगते ही बदहवास से हो गए। माता-पिता का रो-रो कर बुरा हाल है। संदीप का एक ढाई साल का बेटा है। इस वक्त पत्नी गर्भवती है। इसके अलावा दो बड़ी बहनें हैं, हालांकि दोनों का विवाह हो चुका है।
मुंगवानी थाना के एएसआइ दिलीप सिंह सिसोदिया बताते हैं कि संदीप काफी सुलझे व्यक्ति रहे। उनका जीवन बेहद सादगी भरा था। कुछ ही महीने पहले इस थाने में वो आए थे। रविवार को वह सीआरपीएफ में एसआई पद पर तैनात अपनी बीमार पत्नी को देखकर घर से लौटे और थाने पहुंच कर सरकारी कार्य से निकल गए। रविवार की दोपहर करीब ढाई-तीन बजे यह दुर्घटना हुई। घटना की सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। उनकी मौजूदगी में शव का पोस्टमार्टम कराने के बाद शव को मृतक के गृहग्राम रवाना किया गया। सोमवार को अंतिम संस्कार किया गया।
बताया जा रहा है कि रविवार को वह अपनी कार से किसी शासकीय कार्य से लौटकर वापस मुंगवानी की तरफ आ रहे थे कि ग्राम पांजरा के नजदीक पुलिया पर कार का नियंत्रण गड़बड़ा गया और कार पुलिया से नीचे गिर कर पलट गई। इसके चलते कार में सवार संदीप की मौत हो गई। घटना में आरक्षक की मौत की खबर के बाद थाना के अधिकारी व कर्मचारी भी गमगीन हैं।
“आरक्षक संदीप उइके वर्ष 2013 में पुलिस सेवा में भर्ती हुए थे। कार पलटने से उसकी मृत्यु हुई है। घटना की जानकारी पर उनके परिजन आए थे जिनकी मौजूदगी में सारी कार्रवाई कर शव को उनके गांव भेजा गया है।”-सुनील शिवहरे, एएसपी नरसिंहपुर