मौसम विभाग की चेतावनी से किसान चिंतित, ऐसे ही होती रही बारिश तो फसलों को होगा नुकासान

-ज्यादातर किसानों के खेतों में खड़ी है फसल

<p>बारिश से किसान चिंतित</p>
नरसिंहपुर. मौसम विभाग की चेतावनी ने किसानो के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं। उन्हें डर है कि अगर बारिश का क्रम यूं ही जारी रहा और कहीं तेज बारिश या ओले पड़े तो खेतों में खड़ी फसल पूरी तरह से नष्ट हो जाएगी। ऐसे में किसान अब ऊपरवाले से बारिश बंद करने की दुआ करने लगे हैं।
बारिश की झड़ी किसानों के लिए ये चिंता का सबब बन गई है। रविवार शाम तेज हवाओं के साथ कुछ जगह हुई बूंदाबादी के बाद सोमवार सुबह से रिमझिम बारिश शुरू हो गई है। नरसिंहपुर जिला मुख्यालय सहित गोटेगांव, बरमान, करेली आदि क्षेत्रों में कहीं फुहारें पड़ीं तो कहीं तेज बारिश हुई।
बता दें कि मध्य प्रदेश ही नहीं बल्कि लगभग पूरे देश में इस समय मौसम का हाल बिगड़ा हुआ है। कई राज्यों में तो कई दिनों से मूसलाधार बारिश हो रही है। ऐसे राज्यों में धन-जन की भारी क्षति पहुंची है। इस बीच मौसम विज्ञान ने मध्य प्रदेश में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। जबलपुर, नरसिंहपुर और आसपास के इलाकों में पिछले दो दिन से बारिश हो रही है। ऐसे में किसान ज्यादा ही चिंतित नजर आ रहे हैं।
बारिश से किसान चिंतित
हालांकि अभी जबलपुर संभाग में पिछले दो दिनों से हो रही बारिश इतनी ज्यादा नहीं हुई हैं फिर भी किसान डरे हुए हैं। वो अब मौसम विभाग की भविष्यवाणी के मद्देनजर बरिश रुकते ही जल्द स जल्द फसल की कटनी की तैयारी में हैं। कारण ये है कि बारिश ज्यादा और लगातार हुई तो मूंग, उड़द, सोयाबीन और तिल की फसल को नुकसान हो सकता है। अगर कहीं बारिश का क्रम जारी रहा तो पूरी फसल के नष्ट होने का खतरा है।
वैसे जानकारों का कहना है कि बारिश से धान की फसल को तो नुकसान नहीं होगा। लेकिन बारिश के चलते कटाई में विलंब जरूर हो सकता है। वो बताते हैं कि जो धान अभी तक नहीं पका है उसे जरूर क्षति पहुंच सकती है। वहीं तिल की फसल के लिए भी ये बारिश नुकसानदायक साबित होगी।
वहीं अब दशहरा बीतने के बाद से गेहूं, राई, चना की बोआई होनी है, ऐसे में इन फसलों के किसानों को सिंचाई के लिए परेशान नहीं होना पड़ेगा। उनके लिए ये बारिश फायदेमंद होगी। वो आसानी से बोआई कर सकेंगे।
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