कोरोना मरीजों के लिए खोला 4 साल से बंद रेडक्रॉस अस्पताल

पत्रिका इम्पैक्ट-वर्ष 2017 में 70 लाख रुपए की लागत से तैयार किये गये रेडक्रास अस्पताल का उपयोग अब कोरोना मरीजों के उपचार के लिए किया जाएगा।

<p>red cross hospital narsinghpur</p>
नरसिंहपुर. वर्ष 2017 में 70 लाख रुपए की लागत से तैयार किये गये रेडक्रास अस्पताल का उपयोग अब कोरोना मरीजों के उपचार के लिए किया जाएगा। यह अस्पताल पिछले 4 साल से अनुपयोगी पड़ा था और धीरे धीरे भवन खराब हो रहा था। पत्रिका ने इसकी बदहाली और कोरोना काल में इसकी उपयोगिता को लेकर खबर प्रकाशित की तो प्रशासन ने इसे कोरोना मरीजों के लिए खोल दिया।
एडीएम मनोज ठाकुर, सिविल सर्जन डॉ.अनीता अग्रवाल की मौजूदगी में इसे कोरोना मरीजों के उपचार के लिए खोला गया। फिलहाल इसमें १० बेड, २ जंबो ऑक्सीजन सिलेंडर सहित कोरोना मरीजों के उपचार में काम आने वाले जरूरी उपकरणों की व्यवस्था कर दी गई है।
गौरतलब है कि 2015 में रेडक्रॉस अस्पताल भवन का निर्माण शुरू किया था जो 2017 में तैयार हुआ था। इसमें 10 बेड की आईसीयू, किडनी डायलिसिस, कलर डॉप्लर, वेंटिलेटर पैथोलॉजी लैब, डिजिटल एक्स रे आदि की सुविधाएं मुहैया कराने की योजना तैयार की गई थी। यह सभी सुविधाएं मरीजों को प्राइवेट अस्पतालों की तुलना में काफी कम शुल्क पर मुहैया कराई जानी थीं । जबलपुर के जिस बड़े निजी अस्पताल से एमओयू भी साइन किया गया था उसमें यह शर्त रखी गई थी कि उस बड़े अस्पताल के विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा रेड क्रॉस के अस्पताल का संचालन किया जाएगा। इसमें रेडक्रॉस द्वारा अपना मेडिकल स्टोर भी संचालित किया जाना था। पर भवन बनने के बाद इसे चालू नहीं किया जा सका। अब इसे कोरोना मरीजों के उपचार के लिए खोल दिया गया है।
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वर्जन
रेडक्रॉस सोसाइटी द्वारा बनाया गया अस्पताल भवन अनुपयोगी पड़ा हुआ था। लाखों रुपए की लागत से बनाए गए अनुपयोगी पड़े इस भवन को कोरोना मरीजों के उपचार के लिए खोल दिया गया है। इसमें जरूरी बेड एवं उपकरणों की व्यवस्था कर दी गई है।
मनोज ठाकुर,एडीएम
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