जातिसूचक शब्दों से आक्रोशित होकर नपा सफाई कर्मचारियों ने की हड़ताल
नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया के वाहन चालक उमेश मीणा द्वारा नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करना मंगलवार को महंगा पड़ा।
<p>जातिसूचक शब्दों से आक्रोशित होकर नपा सफाई कर्मचारियों ने की हड़ताल</p>
पुलिस ने वाहन चालक मीणा के खिलाफ हरिजन एक्ट में प्रकरण दर्ज किया
नागदा। नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया के वाहन चालक उमेश मीणा द्वारा नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारियों को जातिसूचक शब्दों का प्रयोग करना मंगलवार को महंगा पड़ा। गुस्साएं कर्मचारियों ने पुरानी नगर पालिका स्थित पानी की टंकी के समीप वाहन चालक के खिलाफ विरोध जताते हुए नारे बाजी की। वाहन चालक उमेश मीणा पर पुलिस द्वारा
हरिजन एक्ट में प्रकरण दर्ज किया गया। तब जाकर कर्मचारियों द्वारा हड़ताल समाप्त की गई। आक्रोशित सफाईकर्मियों के एक समूह ने मंडी पुलिस थाने पहुंचकर मीणा के खिलाफ प्रकरण दर्ज करने के लिए आवेदन पत्र भी दिया।
क्या है पूरा मामला
दरअसल नगर पालिका सीएमओ सतीश मटसेनिया के वाहन चालक उमेश मीणा द्वारा नगर पालिका में कार्यरत सफाई कर्मचारियों के लिए जातिसूचक शब्दों का प्रयोग किया जाता है। मामले को लेकर कर्मचारियों द्वारा कई बार संबंधित अफसर को शिकायत की गई, लेकिन किसी प्रकार का कोई संतोषजनक निराकरण नहीं हो सका। मामले से गुस्साएं कर्मचारियों ने मंगलवार को वाहन चालक के खिलाफ मोर्चो खोलते हुए हड़ताल कर दी।
सार्वजनिक रुप से कहे जातिसूचक शब्द
जानकारी देते हुए सफाईकर्मी संदीप पारोसिया ने बताया कि जब वह कचरा वाहन के साथ रवाना होने के लिए मिर्ची बाजार स्थित टंकी कंपाउंड में पहुंचे तो वाहन चालक उमेश मीणा ने जातिसूचक शब्दों का उपयोग किया, इस दौरान अन्य सफाईकर्मी भी मौके पर मौजूद थे। कर्मचारियों का तर्क है कि, उमेश मीणा द्वारा यदि सार्वजनिक रुप से माफी नहीं मांगी जाएगी तब तक मामला शांत नहीं होगा। सफाईकर्मियों की हड़ताल के चलते मंगलवार को शहर के 20 से अधिक वार्डों में कचरा उठाने वाले वाहन नहीं पहुंच सके। सफाईकर्मियों ने उमेश के खिलाफ प्रकरण दर्ज कराने के लिए पुलिस थाने में शिकायती आवेदन दिया।