दरअसल उज्जैन जावरा स्टेट हाइवे नंबर 17 का निर्माण करने वाली कंपनी द्वारा सुरक्षा मापदंड़ों की अनदेखी कर निर्माण किया गया। अनियमिताओं से भरे स्टेट हाइवे पर कई अंधे मोड़ मौजूद है। मोड़ों पर किसी प्रकार के संकेतक नहीं लगाए जाने से मार्ग पर लगातार सड़क दुर्घटनाएं हो रही है। बीते दिनों की बात करे तो मार्ग से गुजर रहे एक ही परिवार के 12 लोगों की मौत हो गई थी।
जिसके बाद हरकत मामला विधानसभा में उठा था। मामला विधानसभा में उठने के बाद प्रभारी मंत्री ने एमपीआरडीसी को अंधे मोड़ों पर संकेतक लगाए जाने के निर्देश दिए थे। सांसद अनिल फिरोजिया ने गुरुवार को केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी से मुलाकात कर सड़क में सुधार किए जाने का प्रस्ताव रखा। इस दौरान एमपीआरडीसी के एमडी डॉ. सुदामा खड़े, नेशनल हाईवे मप्र के जीएम विवेक जायसवाल व संकेत भोंडवे उपस्थित थे। मंत्री ने खड़े को तुरंत जांच दल भेजकर सड़क निर्माण की विस्तृत प्रोजेक्ट रिपोर्ट तैयार कर केंद्र सरकार को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए है।