नींव की ईट डाल रही कन्या महाविद्यालय निर्माण में खलल, नहीं हटी तो रुकेगा निर्माण

शहर की बालिकाओं को नवीन कन्या महाविद्यालय के लिए एक वर्ष का इंतजार करना पड़ेगा। कारण भूमि पर पसरा अतिक्रमण है। दरअसल लंबे समय से कन्या महाविद्यालय निर्माण की मांग कर रही बालिकाओं की मांग करीब 13 दिन पूर्व ही पूरी हुई। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी द्वारा चयनित भूमि का भूमिपूजन किया गया।

<p>नींव की ईट डाल रही कन्या महाविद्यालय निर्माण में खलल, नहीं हटी तो रुकेगा निर्माण</p>
कन्या महाविद्यालय निर्माण में अतिक्रमण बन रहा रोडा
भूमि पूजन के बाद भी निर्माण प्रक्रिया को लेकर नहीं शुरु हो सकी पहल
नागदा। शहर की बालिकाओं को नवीन कन्या महाविद्यालय के लिए एक वर्ष का इंतजार करना पड़ेगा। कारण भूमि पर पसरा अतिक्रमण है। दरअसल लंबे समय से कन्या महाविद्यालय निर्माण की मांग कर रही बालिकाओं की मांग करीब 13 दिन पूर्व ही पूरी हुई। उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी द्वारा चयनित भूमि का भूमिपूजन किया गया। जिसके बाद से भूमि के समीप मौजूद अतिक्रमण को हटाते हुए निर्माण प्रक्रिया को शुरु किया जाना था। विड़बना यह है कि, राजनीतिक दबाव के चलते महाविद्यालय की भूमि से स्थाई अतिक्रमण को नहीं हटवाया जा रहा है। फलस्वरुप निर्माण प्रक्रिया की शुरुआत स्टेप भूमि पर मौजूद पेड़ों को हटाया जाना, अतिक्रमण को दूर किया जाना तक शुरु नहीं सका है। दूसरी ओर भूमिपूजन समारोह में उपस्थित बालिकाओं को संबोधित करते हुए मंत्री पटवारी ने कहा था, कि नवीन शिक्षण सत्र 2020-21 से ही शहर की बालिकाओं को नवीन भवन की सौगात मिल सकेगी।
10 बीद्या भूमि पर होगा कॉलेज निर्माण
शासकीय कन्या महाविद्यालय का निर्माण महिदपुर पहुंच मार्ग स्थित मनोहर वाटिका के पीछे स्थित शासकीय भूमि पर होगा। जिसका सर्वे नं 6 41, 6 42 व 6 43 है।उक्त स्थान पर करीब 10 बीघा जमीन पर निर्माण किया जाएगा। है।शहर में कन्या महाविद्यालय की स्थापना वर्ष2013 में हुई थी। लेकिन अभी तक महाविद्यालय प्रबंधन को शासकीय जमीन नहीं मिल पा रही थी। जिस कारण भवन का निर्माण नहीं हो सका था।
कहा है जमीन
कलेक्टर द्वारा जो जमीन आवंटन कि गई है वह पाड्ल्या हल्का क्षेत्र में गीता श्रीगार्डन व मनोहर वाटिका के पीछे स्थित है। जिसका सर्वेनं 6 42/मिन-1 में रकबा 1.978 0 हैक्टेयर, सर्वे नं 6 43 में 0.0310 हैक्टेयर व 6 42/1 में 0.0310 हैक्टेर भूमि है। जिसका कुल रकबा 2.46 6 हैक्टेर है। यह भूमि वर्तमान में गोचर है। कलेक्टर शशांक मिश्र के आदेश पर बीते दिन सीमांकन हुआ। गौरतलब है कि राज्य शासन ने 7 दिसंबर 2016 को कॉलेज भवन निर्माण के लिए 381.48 लाख रुपए स्वीकृत किए थे। वर्ष 2017 के सितंबर माह में वर्क आर्डर जारी होने के बाद भवन निर्माण के लिए शासकीय जमीन की तलाश प्रारंभ हो गई थी। पहले खाचरौद नाका के समीप फलहारीबाबा के आश्रम के समीप भवन निर्माण के लिए भूमि चिह्नित की गई थी, लेकिन जलभराव एवं असुरक्षा की दृष्टि इसको निरस्त कर दिया गया। जिसके बाद विभाग ने अन्य स्थान पर जमीन तलाशी और उक्त स्थान को चिन्हित किया था। राजस्व टीम द्वारा सीमांकन कर करीब 11 बीघा भूमि कन्या महाविद्यालय की प्राचार्य डॉ. माधवी पाटीदार को सौंपी है।
सात सालों से चल रही थी जमीन की तलाश
नागदा शासकीय कन्या महाविद्यालय की स्थापना वर्ष 2012 में हुई थी। शुुरुआत में महाविद्यालय जवाहर मार्ग स्थित शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय के दो कक्ष में संचालित किया गया था। तब से महाविद्यालय उक्त स्थान पर ही संचालित हो रहा है। महाविद्यालय का स्वयं का भवन नहीं होने से महज एक ही पाठ्क्रम बीए में पढ़ाई हो रही है। महाविद्यालय में वर्तमान में 180 छात्राएं है।
इनका कहना-
कुछ दिनों पूर्व ही मेरे द्वारा नागदा एसडीएम का प्रभार संभाला गया है। निर्माण की प्रक्रिया किस प्रकार और कितने क्षेत्र के अतिक्रमण को हटाकर शुरु किया जाना है। अधीनस्थों से चर्चा के बाद ही कुछ कह पाउंगा।
आशुतोष गोस्वामी
एसडीएम, नागदा
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