Nagaur. रामद्वारा केशव दास महाराज बगीची बख्तसागर में भागवत कथा प्रवचन करते हुए महंत जानकीदास ने भगवान श्री कृष्ण व उद्धव के संवाद के माध्यम से कल्याण प्राप्ति पर विस्तार से प्रकाश डाला
नागौर. रामद्वारा केशव दास महाराज बगीची बख्तसागर में भागवत कथा प्रवचन करते हुए महंत जानकीदास ने भगवान श्री कृष्ण व उद्धव के संवाद के माध्यम से कल्याण प्राप्ति पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि उद्धव ने भगवान श्रीकृष्ण से उपाय पूछा तो भगवान ने उनको समदर्शी तत्व के बारे में समझाया। भगवान ने कहा कि दूसरों का दोष न देखकर खुद का देखोगे तो खुद ही अच्छे बन जाओगे। दूसरों के दोष को देखने वाला खुद ही आकृष्ट होकर दोषमय बन जाता है। इन्द्रियों का मिली हैं तो इसका भगवत भक्ति में सदुपयोग करना चाहिए। अपने दोषों को दूर करने की स्थिति में खुद ही निर्मल बन जाओगे। फिर दूसरों के दोष नजर ही नहीं आएंगे। कलयुग की महिमा का वर्णन करते हुए बताया कि कलयुग में सबसे एक बड़ा महान गुण यह है कि भगवान का नाम कीर्तन करने से मनुष्य सारे बंधनों से मुक्त होकर परमात्मा को प्राप्त हो जाता है। इस दौरान सत्यनारायण सेन, कालूराम पूर्व पार्षद ,मदनलाल कच्छावा ,बाबूलाल तेली, दयाराम तेली ,अक्षय कुमार ,धनराज रांकावत आदि उपस्थित थे।
दाधीच जयंती महोत्सव में लगे कोविड-19 के टीके
नागौर. दाधीच नवयुवक मंडल की ओर से मंगलवार को ब्रह्मपुरी स्थित महालक्ष्मी मंदिर में महर्षि दाधीच जयंती महोत्सव का आयोजन कोविड-19 गाइडलाइन की पालना करते हुए मनाया गया। कार्यक्रम में वक्ताओं ने महर्षि दाधीच के त्याग पर विस्तार से प्रकाश डालते हुए बताया कि महर्षि ने राक्षस वध के लिए अपनी अस्थियों का दान इन्द्र को किया था। इस दौरान कोविड टीकाकरण के लिए लगे शिविर में 270 लोगों को टीके की पहली डोज लगाई गई। टीका वरिष्ठ नर्सिंग अधिकारी बलदेवराम पंवार की टीम ने टीके लगाए। व्यवस्थाओं में विशेष सहयोग करने वालों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में मंडल के जितेश मिश्रा, हर्ष रतावा, महेन्द्र पाटोदिया, राजन व्यास, ज्ञानेन्द्र मिश्रा आदि मौजूद थे।
भाषण एवं निबंध प्रतियोगिता हुई
नागौर. नेहरू युवा केंद्र के तत्वाधान मे राष्ट्रीय युवा स्वयंसेवक एवं युवा मंडलो की ओर से भाषण प्रतियोगिता एवं निबंध प्रतियोगिता का आयोजन जिले में किया गया। इसमें नेहरू युवा केन्द्र की अधिकारी सुरमई शर्मा ने कहा कि इस वर्ष भी हिंदी पखवाड़ा अभियान चलाकर आम जनमानस में हिंदी के प्रति विश्वास एवं रुचि विन्यास करने की कोशिश की जा रही है। आज के समाज में हमारी मातृभाषा के प्रति जो न्यूनता का बोध है उसको दूर करने के लिए इस प्रकार की गतिविधियां अति आवश्यक है।हिंदी दिवस एवं पखवाड़ा मनाने का उद्देश्य प्रत्येक नागरिक की पहचान उसका राष्ट्र होता है और राष्ट्र की पहचान उसका राष्ट्रीय ध्वज, भाषा और राष्ट्रगान होता है और हम सब भारत के नागरिक हैं। भारतीयता की पहचान तिरंगा और भाषा हिन्दी है । हिंदी भाषा सरल, सहज और समृद्ध भाषा है।
महर्षि दाधीच जयंती मनाई
नागौर. महर्षि दाधीच जयंती कोविड-19 की गाइडलाइन पालना के तहत मनाई गई। इस मौके पर पंडित गोविंद नारायण बहड़ ने विधि पूर्वक अर्चन कराया। इस दौरान हुए हवन में आहुतियां दी गई। इसमें दाधीच न्याति संस्थान अध्यक्ष रामकिशोर भेड़ा, जयराम बोरायड़ा, बजरंगलाल रतावा, सीताराम काकड़ा, राहुल, रामप्रकाश व मोनिका दाधीच आदि मौजूद थीं।