राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल के निर्देशन में चल रहे बाल भिक्षावृति मुक्त राजस्थान अभियान के तहत सोनी ने बुटाटी में लोगों से मुलाकात कर बाल भिक्षावृति की प्रवृत्तियों नजर रखने की बात कही। उन्होंने बताया कि कई बार आर्थिक रूप से पिछड़े परिवार के बच्चे कारण अकारण बाल भिक्षावृति में लिप्त हो जाते हैं। जिससे उनका बचपन खराब हो जाता है। वे शिक्षा व स्वास्थ्य विकास जैसी मूलभूत आवश्यकताओं से दूर हो जाते हैं। सोनी ने बाल विकास एवं बाल संरक्षण को लेकर सभी वर्गों को आगे आकर हर सूचना को साझा करने की अपील की है। उन्होंने बताया कि बाल श्रम को लेकर भी बच्चे समाज की मुख्य धारा व विकास से बिछड़ जाते हैं। इसके लिए सभी को आगे आकर बाल श्रम व बाल भिक्षावृति पर अंकुश लगाना चाहिए। इसके लिए कानून बने हुए हंै। बाल श्रम कराना या जान बूझ कर बच्चों को भिक्षावृति में लगाना अपराध है। सोनी ने बाल भिक्षावृति या बालश्रम में लगे बच्चों की सूचना बाल कल्याण समिति को देने की बात कही। इस दौरान मेड़ता चार भुजा मंदिर परिवार के पुजारी ऋषिराज शर्मा, मुकेश शर्मा हैडकांस्टेबल जगदीश, कांस्टेबल जगदीश जांगू, जगदीश बिश्रोई, रामकुंवार सहित स्थानीय पुलिस कर्मी मौजूद रहे।