Nagaur. नवरात्रि के उपलक्ष्य में शक्ति पर्व पूजन के तहत कार्यक्रम का हुआ आयोजन
नागौर. नवरात्रि के अवसर पर शक्ति पूजा पर्व के तहत रविवार को सेवा भारती समिति की ओर से केशव दास बगीची बख्तसागर में रामस्नेही संत जानकीदास महाराज के सानिध्य में कन्यापूजन का कार्यक्रम किया गया। इसमें विधायक मोहनराम चौधरी एवं नगरपरिषद सभापति मीतु बोथरा ने कन्याओं का मंगल तिलक करने के साथ ही अर्चन किया। कन्याओं का प्रक्षालन कर उनको उपहार भी दिए गए। लोकेश टाक ने अपनी कन्याओं को स्कूली बैग दिए। इसमें प्रांत सामाजिक आयाम प्रमुख पुरुषोत्तम राजवंशी , विभाग सहमंत्री शिवदेव , जिला अध्यक्ष रामकुमार भाटी , जिला मंत्री हरिकिशन टाक , जिला कोषाध्यक्ष घनश्याम , जिला संरक्षक प्रो. भवानी शंकर रांकावत , नगर अध्यक्ष पवन जोशी , जिला स्वास्थ्य आयाम प्रमुख चंपालाल सांखला नागर चंद भार्गव , प्रहलाद भाटी , चतुर्भुज रांकावत , नंदलाल शर्मा भी उपस्थित थे । कार्यक्रम में छतर सिंह पंवार रामप्रसाद भाटी , प्रतापसिंह राजपुरोहित , रवि बोथरा , हेमन्त जोशी , महाराणा प्रताप बाल संस्कार के अमित भाटी , श्रीयादे माता बाल संस्कार केंद्र प्रभारी निर्मला प्रजापत , गंगा माता बाल संस्कार केंद्र प्रभारी कौशल्या , ताराचंद बंशीवाल , नरपत सिंह , हनुमान सिंह , राकेश कुमार , पवन भार्गव , गंगासिंह भाटी , पार्षद पुष्पा भाटी , वीणा जोशी , रामकंवरी टाक व हेमा टाक आदि मौजूद थीं।
मणिभद्र के जन्मोत्सव पर हुए विविध कार्यक्रम
नागौर. शहर के रामदेव जी की पोल, जूना हकमा की पोल में स्थित मणिभद्र वीरधाम पर मणिभद्र दादा का दो दिवसीय जन्मदिन जैन तपागच्छ साध्वी सौम्या प्रभा, सौम्या दर्शाना,अक्षय दर्शना , दर्शना के सानिध्य में मनाया गया। इस उपलक्ष्य में हुए कार्यक्रम में शनिवार को रात्रि में भजन संध्या में जैन भजनों की प्रस्तुति दी गई। दूसरे दिन रविवार को मणिभद्र दादा की पुजा एवं हवन किया गया। इसमें कुल 27 जोडों ने भाग लिया। हवन के मुख्य लाभार्थी जैन शासन रत्न अशोक समदडिय़ा थे। इस दौरान तपागच्छ संघ के संदीप दुग्गड, निर्मल दुग्गड, प्रवीण बांठिया, स्वेदश बांठिया, समदडिय़ा आदि मौजूद थे।
माता-पिता अपने बच्चों पर ध्यान दें
नागौर.आज के दौर में बच्चों के लिए बाल साहित्य की महती आवश्यकता है। यह बात बाल साहित्य लेखक अब्दुल समद राही ने अनौपचारिक बातचीत में कही। उन्होंने कहा कि बच्चों को संस्कारवान बनाना है तो उसे बाल साहित्य उपलब्ध करवाएं। उन्हें अपनी संस्कृति से रूबरू कराएं अच्छा बाल साहित्य पढकऱ बच्चा संस्कारवान बनेगा उसके चरित्र का विकास होगा। राही ने कहा कि बच्चे मोबाइल्स गेम, कार्टून में उलझ कर शिक्षा से वंचित हो रहा है। माता-पिता को बच्चों पर नजर रखनी चाहिए। उनकी अच्छी परवरिश पर ध्यान देना चाहिए। इस अवसर पर प्रदीप डागा, जावेद अली नागौरी, वसीम अहमद पठान, सिकंदर अली आदि मौजूद थे।