गुरु के बिना संसार में जीवन व्यर्थ

Nagaur. रामपोल मे धूमधाम के साथ मनाया गुरू पुणिमा महोत्सव

<p>Guru Punima Festival celebrated with pomp in Rampol</p>

नागौर. रामपोल सत्संग भवन में रामनामी महंत मुरलीराम महाराज के पावन सानिध्य में चल रहे चातुर्मास सत्संग में कथावाचक संत रमताराम महाराज ने रामायण का विस्तार पूर्वक वर्णन किया। गुरु पूर्णिमा के मौके पर रामनामी महंत मुरलीराम महाराज ने गुरु महिमा का वर्णन करते हुए कहा कि गुरु तो कृपा के सागर है। वह मानव की आकृति में भगवत स्वरूप है साधक के लिए मानव रूप हरि स्वरूप है। जिसके कदम पड़ते हो वाणी के अनुसार ही जिसका आचरण हो उसका नाम गुरु है संसार में वाणी तो अच्छी मिल जाती है, लेकिन वाणी जैसा आचरण नहीं मिलता है। इसलिए कोशिश करनी चाहिए कि गुरु की कथनी और करनी में अंतर नहीं हो।वही गुरु कहलाता है । संसार के सागर से छुड़ाकर भगवान के मार्ग पर लगा सकता है। गुरु ही जीवन के सारे कष्टों को आसानी से हल कर सकता है। महाराज ने कहा कि गुरु जीवन में होना बहुत जरूरी है। गुरु बिना व्यक्ति कोई भी कार्य नहीं कर सकता है। गुरु ही हमें अंधेरे से प्रकाश की ओर ले जाते हैं। इसलिए गुरु की आवश्यकता तो भगवान राम को भी पड़ी।
गुरु पूर्णिमा मनाई
नागौर. ग्राम पंचायत बाराणी के शिव महादेव मंदिर में पंचायत समिति सदस्य परमेश्वर गिरि महाराज के सानिध्य में गुरु पूर्णिमा का आयोजन हुआ । इस अवसर पर नागौर विधायक मोहन राम चौधरी , नोखा विधायक बिहारीलाल बिश्नोई , नागौर प्रधान सुमन मेघवाल , पूर्व प्रधान अखाराम बागडिय़ा , भेराराम धुंधवाल , मूंडवा प्रधान प्रतिनिधि रेवंतराम , नोखा प्रधान आत्माराम तरड़ , खींवसर प्रधान प्रतिनिधि जगदीश , पांचू प्रधान नागौर पंचायत समिति के पंचायत समिति सदस्य व जनप्रतिनिधियों का स्वागत किया गया । आए हुए अतिथियों का स्वागत बारानी सरपंच हरू देवी व सरपंच प्रतिनिधि धूड़ाराम सारण ,बालवा सरपंच प्रतिनिधि कुंभाराम सियाग ने किया गया ।

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