नागौर में किसान महापंचायत आज, टिकैत सहित कई किसान नेता पहुंचे

केन्द्र सरकार के तीनों कृषि कानून वापस लेने सहित कई मुद्दों पर होगी बात- आयोजकों ने किया एक लाख से अधिक भीड़ जुटाने का दावा

<p>Kisan Mahapanchayat in Nagaur today, Tikait arrived</p>
नागौर. जिला मुख्यालय स्थित पशु प्रदर्शनी स्थल पर बुधवार (3 मार्च ) को संयुक्त किसान मोर्चा नागौर की ओर से किसान महापंचायत का आयोजित किया जाएगा। महापंचायत में किसान नेता राकेश टिकैत सहित कई राष्ट्रीय व राज्य स्तर के नेता भाग लेकर जिले के किसानों को संबोधित करेंगे। सुबह 11 बजे से आयोजित होने वाली किसान महापंचायत में मुख्य रूप से केन्द्र सरकार द्वारा पारित किए गए कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग की जाएगी, वहीं लगातार बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल के दाम कम करने, एमएसपी पर खरीद करने सहित किसानों से जुड़े अन्य मुद्दों पर भी बात की जाएगी।
महापंचायत को लेकर मंगलवार को आयोजकों ने पत्रकार वार्ता कर विभिन्न बिन्दुओं पर जानकारी दी। पूर्व पुलिस महानिदेशक केराम बागडिय़ा ने बताया कि नागौर जिले की आन, बान और शान तथा इतिहास को ध्यान में रखते हुए महापंचायत में एक लाख से अधिक भीड़ जुटाने का लक्ष्य रखा है। उन्होंने कहा कि महापंचायत में मुख्य रूप से राकेश टिकैत, कॉमरेड अमराराम, चंद्रशेखर आजाद, राजाराम मील, हाफिज मंजूर अली, सुखदेवसिंह भूपाल, सज्जन कुमार दीपलाना, युदवीरसिंह, शिवदान मेघवाल, आरपी सिंह सहित अन्य मुख्य वक्ता होंगे, जिनमें से अधिकतर नेता बुधवार अलसुबह ही नागौर पहुंच गए।
किसान महापंचायत पूर्णत: गैर राजनीतिक
किसान मोर्चा के जिला कार्यकारिणी सदस्य अर्जुनराम लोमरोड़ ने बताया कि किसान महापंचायत पूर्णत: गैर राजनीतिक आयोजन है। इसमें किसी भी पार्टी के राजनेता मंच पर नहीं रहेंगे। हालांकि उन्होंने किसान महापंचायत को सफल बनाने के लिए जिले के सभी विधायकों एवं सांसदों से आग्रह किया है कि वे किसानों के वोटों से जीते हैं, इसलिए महापंचायत को सफल बनाने में सहयोग करें, लेकिन उन्हें आमंत्रित नहीं किया है, क्योंकि केन्द्र सरकार पहले ही किसान आंदोलन को बदनाम करने के लिए कई प्रकार के आरोप लगा चुकी है, इसलिए किसी भी राजनीतिक दल के नेता को नहीं बुलाया है। लोमरोड़ ने कहा कि प्रधान स्तर तक के नेताओं को आमंत्रित किया है।
पार्टी नहीं किसान संगठन का झंडा लेकर आएं
अखिल भारतीय किसान सभा के जिलाध्यक्ष भागीरथ नेतड़ ने कहा कि किसान महापंचायत का आयोजन पूरी तरह गैर राजनीतिक है, जो संयुक्त किसान मोर्चा नेतृत्व में होगी। मोर्चा का यह निर्णय है कि कोई भी राजनीतिक दल की सीधी भागीदारी न हो। हालांकि यदि किसी राजनीतिक दल का कोई किसान संगठन है तो वह उस संगठन का झंडा लेकर महापंचायत में शामिल हो सकते हैं। किसान मोर्चा की जिला कार्यकारिणी सदस्य रिद्धकरण मेघवाल ने कृषि बिलों को लेकर कहा कि ये पूरी तरह किसान विरोधी हैं और प्रधानमंत्री मोदी को इन्हें वापस लेना पड़ेगा।
विरोध करने वालों को पार्टियों से जोडऩा गलत
पूर्व प्रधान रिद्धकरण लोमरोड़ ने कहा कि वे भले ही एक पार्टी से जुड़े हुए हैं, लेकिन वे पहले एक किसान हैं और उन्होंने हल चलाकर खेती की है। उन्होंने कहा कि कृषि बिलों का विरोध करने वालों को किसी पार्टी से जोडकऱ आंदोलन को समाप्त नहीं किया जा सकता। किसान हितों के लिए किसान के बेटे ही लड़ेंगे, चाहे वो किसी पार्टी से ही क्यों न जुड़े हुए हों। कार्यक्रम संयोजक मेहराम नगवाडिय़ा ने कहा कि महापंचायत में आने वाले वाहनों की पार्किंग के लिए कॉलेज मैदान, मेला मैदान, कृषि मंडी व आईटीआई चौराहा पर जगह निर्धारित की है, ताकि शहर में अव्यवस्था न हो। इसके साथ सभा स्थल पर किसान मोर्चा के 500 वॉलियंटर्स व्यवस्था संभालेंगे।
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