पत्रिका ने उठाया मुद्दा
चुनाव के मद्देनजर शराब माफिया की सक्रियता को लेकर राजस्थान पत्रिका मामला उठा चुकी है। 28 नवम्बर को ‘पंचायत चुनाव में सक्रिय हुए शराब तस्कर तो आबकारी विभाग भी हुआ मुस्तैदÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस पर ध्यान आकर्षित किया था। इसमें बताया था कि ढाबों व होटलों की आड़ में अवैध रूप से शराब आसानी से खपाई जा रही है।
चुनाव के मद्देनजर शराब माफिया की सक्रियता को लेकर राजस्थान पत्रिका मामला उठा चुकी है। 28 नवम्बर को ‘पंचायत चुनाव में सक्रिय हुए शराब तस्कर तो आबकारी विभाग भी हुआ मुस्तैदÓ शीर्षक से समाचार प्रकाशित कर इस पर ध्यान आकर्षित किया था। इसमें बताया था कि ढाबों व होटलों की आड़ में अवैध रूप से शराब आसानी से खपाई जा रही है।