कांस्टेबल ने चलाया साइबर क्राइम मुक्त समाज को लेकर अभियान

फेसबुक क्लोनिंग (Facebook Cloning) व हैकिंग (Haking) सहित साइबर ठगी से बचाने के लिए कर रहे जागरूक

<p>CYBER CRIME </p>
डेगाना / पीलवा . जब एक तरफ लगातार साइबर ठगी (Cyber Fraud) की खबरें आए दिन आ रही है। इसी बीच डेगाना के गांव पुन्दलौता निवासी पुलिस कांस्टेबल नरसी किलक साइबर क्राइम (Cyber Crime) मुक्त समाज को लेकर अभियान चला रहे हैं।
नागौर जिले के जायल थाने में पदस्थ नरसी किलक की पहचान साइबर एक्सपर्ट के रूप में हैं। वे इसके लिए न सिर्फ जागरूकता का काम कर रहे हैं, बल्कि ऐसे मामलों में लोगों को हैकिंग से बचाने में उनकी मदद भी कर रहे हैं। इसके लिए उन्हें देशभर से पीडि़त लोग कॉल कर रहे हैं।
किलक ने साइब क्राइम मुक्त समाज अभियान चला रखा है। साथ ही वह फेसबुक पर वीडियो व फोटो संदेशों के माध्यम से लोगों को जागरूक कर रहे हैं। साइबर एक्सपर्ट नरसी ने बताया कि फे सबुक क्लोनिंग सोशियल इंजीनियरिंग स्कैम है। इसमें ठग आपके फेसबुक अकाउंट की कॉपी बना लेते हैं।
इसके लिए वह आपकी प्रोफइल फोटो का इस्तेमाल करते हैं, फिर आपकी फ्रेंड लिस्ट से दोस्तों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज ऐड कर लेते हैं। फि र इमोशनली रुपये मांगते हैं, चूंकि आपके दोस्तों को लगता है कि ये आप हो, ऐसे में वे बिना जांचे पैसे भेज देते हैं और ऑनलाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं। क्लोनिंग का शिकार होने पर क्लोनिंग आईडी की रिपोर्ट करके उसे डिएक्टिवेट कराया जा सकता है। साथ ही हैक हुई आईडी को भी ऑनलाइन प्रक्रिया के तहत रिकवर किया जा सकता है। इसके अलावा साइबर सेल में समय पर सूचना देने पर बैंक खाते के जरिए होने वाले ट्रांजेक्शन को खाता बंद करवाकर रोका जा सकता है।
साइबर एक्सपर्ट नरसी किलक ने मदनगंज किशनगढ़ निवासी भागचंद के 27 हजार रुपए साइबर ठगी होने से बचाए। उदयपुर निवासी उदयलाल तिवारी, जो विकलांग हैं उनके 76 हजार 901 रुपए बचा चुके। इसके साथ ही डेगाना, जायल, मकराना, परबतसर, मेड़ता सहित जिलेभर सहित प्रदेश व देशभर में सोशल मीडिया के माध्यम से तुरंत जुडक़र लाखों रुपए बचा चुके है। कई मामलों में फेसबुक एकाउंट, वॉटसअॅप, इन्स्टग्राम सहित ऑनलाइन लेनदेन व बैकिंग समस्याओं का हल निकाल चुके। किलक का कहना है कि साइबर ठगी होने पर तुरंत पुलिस को सूचित करें। आपकी जागरूकता से आपका धन बच सकता है।
सोशल मीडिया पर सतर्कता जरूरी
किसी भी अनजान व्यकित को अपनी बैंक संबंधित जानकारी नही दें। प्रलोभन व लॉटरी के झांसे में नहीं आएं। कभी गूगल पर किसी कस्टमर केयर के नंबर सर्च करके फोन नहीं करें। कोई क्यूआर कोड स्कैन नही करें, अपने फोन पर आने वाले मैसेज आपकी सिम, खाता, आधार कार्ड ब्लॉक से संबंधित हो तो उनको फोन नहीं करे। सोशियल मीडिया पर आईडी बनाते समय कम से कम इनफोर्मेशन डालें, वहीं अपनी पोस्ट्स व फ्रेंडलिस्ट को पब्लिक नहीं करें, समय समय पर पासवर्ड बदलते रहें। लोगइन हिस्ट्री को भी समय समय पर चेक करते रहें, ऐसी कुछ सावधानियां ठगी से बचा सकती है।
– नरसी किलक, साइबर एक्सपर्ट
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