इन्हें किया गया सम्मानित
संघ प्रवक्ता संजय पींचा ने बताया कि गौरवशाली जय परंपरा, स्वाध्याय के रंग-आंखों के संग एवं कर्म विज्ञान की ऑनलाइन प्रतियोगिता में पुष्पा ललवानी, भावना बोथरा, गुलाब बोथरा, लवीना ललवानी, रीता ललवानी, दिनेश ललवानी, कल्पना ललवानी, मंजू देवी दुग्गड़, लीना सुराणा, दिव्या बांठिया, राजू देवी सुराणा, प्रेमलता ललवानी, संगीता ललवानी, सुनीता एस. ललवानी, मनन सुराणा, ललिता छल्लानी एवं नागौर संघ मंत्री हरकचंद ललवानी को सम्मानित किया गया।
संघ प्रवक्ता संजय पींचा ने बताया कि गौरवशाली जय परंपरा, स्वाध्याय के रंग-आंखों के संग एवं कर्म विज्ञान की ऑनलाइन प्रतियोगिता में पुष्पा ललवानी, भावना बोथरा, गुलाब बोथरा, लवीना ललवानी, रीता ललवानी, दिनेश ललवानी, कल्पना ललवानी, मंजू देवी दुग्गड़, लीना सुराणा, दिव्या बांठिया, राजू देवी सुराणा, प्रेमलता ललवानी, संगीता ललवानी, सुनीता एस. ललवानी, मनन सुराणा, ललिता छल्लानी एवं नागौर संघ मंत्री हरकचंद ललवानी को सम्मानित किया गया।
नवपद ओली तप आराधना
संघ के जितेंद्र चौरडिय़ा ने बताया कि 23 अक्टूबर से नौ दिवसीय नवपद ओली तप आराधना प्रारंभ हुई। कोरोना महामारी के चलते श्रावक-श्राविकाएं अपने-अपने निवास पर ही आराधना कर रहे है। श्रावक संघ की ओर से नागौर में विभिन्न भामाशाहों के सहयोग से लॉकडाउन की शुरुआत से शुरू की गई पशु-पक्षियों की सेवा निरंतर जारी है। संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिदिन सुबह शहर में अलग-अलग जगह घूमकर सेवा की जा रही है। संघ मंत्री हरकचंद ललवानी ने कहा कि जीव दया की प्रेरणा जयगच्छाधिपति आचार्य पाश्र्वचंद्र महाराज, डॉ.पदमचंद्र महाराज से मिली।
संघ के जितेंद्र चौरडिय़ा ने बताया कि 23 अक्टूबर से नौ दिवसीय नवपद ओली तप आराधना प्रारंभ हुई। कोरोना महामारी के चलते श्रावक-श्राविकाएं अपने-अपने निवास पर ही आराधना कर रहे है। श्रावक संघ की ओर से नागौर में विभिन्न भामाशाहों के सहयोग से लॉकडाउन की शुरुआत से शुरू की गई पशु-पक्षियों की सेवा निरंतर जारी है। संघ के कार्यकर्ताओं द्वारा प्रतिदिन सुबह शहर में अलग-अलग जगह घूमकर सेवा की जा रही है। संघ मंत्री हरकचंद ललवानी ने कहा कि जीव दया की प्रेरणा जयगच्छाधिपति आचार्य पाश्र्वचंद्र महाराज, डॉ.पदमचंद्र महाराज से मिली।