Nagaur. शारदा बालनिकेतन के पूर्व छात्र परिषद की हुई आम बैठक में विद्यालयों की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ संस्कायुक्त शिक्षा पर बल दिया गया
नागौर. शारदा बालनिकेतन के पूर्व छात्र परिषद की हुई आम बैठक में विद्यालयों की उपलब्धियों पर चर्चा के साथ संस्कायुक्त शिक्षा पर बल दिया गया। परिषद के संयोजक नंदकिशोर जांगीड़ ने परिषद की ओर से किए जाने वाले सेवा कार्यों की पर प्रकाश डाला। अखिल भारतीय शिक्षा संस्थान के राष्ट्रीय मंत्री शिवकुमार ने मुख्य वक्ता के तौर पर कहा कि विद्यालय में प्राप्त संस्कारों से समाज जीवन की दशा और दिशा बदलने का कार्य पूर्व छात्रों को करना चाहिए। पूर्व छात्र अपने-अपने कार्यस्थलों पर विशेष पहचान बनाते हुए कार्य करने के साथ ही संस्कारक्षम वातावरण का निर्माण करें। पूर्व छात्रों के मन में विद्या भारती के लक्ष्य को लेकर वैचारिक स्पष्टता होनी चाहिए।आज लाखों की संख्या में पूर्व छात्र समाज के विभिन्न क्षेत्रों में अच्छा कार्य कर रहें हैं।उन्होंने पूर्व छात्र परिषद को नशा मुक्त समाज,पर्यावरण संरक्षण, प्रकृति वंदन,वंचित वर्ग को आर्थिक सहायता,वृद्धजनों की सेवा,युवाओं हेतु करियर कॉउंसलिंग सरीखे रचनात्मक गतिविधियों को प्रारंभ करने का सुझाव दिया। महेंद्र गहलोत,पवन परिहार,गजेंद्र गौड़ ने भी अपने अनुभव साझा किए। पवन परिहार ने धन्यवाद ज्ञापित किया। इसके पूर्व मां शारदा व मां भारती के चित्र के समक्ष दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम की शुरूआत की गई। पूर्व छात्रों ने दीप मंत्र के साथ सामूहिक गायन किया। संचालन परिषद के सचिव शरद कुमार जोशी ने किया। इस दौरान पार्षद भरत टाक, अमित परिहार,महेश सोनी,ललित छंगाणी,धीरज कच्छावा,कैलाश शर्मा,कुलदीप सांखला,ओमप्रकाश गोदारा,मनोज लोथिया,गौरव भाटी,नरपत प्रजापत,अनिल सारस्वत,रणवीर पारीक,दिनेश गोदारा,गिरधारी सेन,जयकुमार,लक्ष्मीनारायण फिड़ौदा,विनोद कुमार जोशी,नवीन परिहार,अशोक बरड़वा,मुनेंद्र सुराणा प्रमिल नाहटा,आदि उपस्थित थे।