नागौर जिले में 1349 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर का इंतजाम

चिकित्सा संस्थानों में उखड़ती सांसों को थामने की मुहिम : जिला कलक्टर के कोविड हैल्थ मैनेजमेंट का ऑपरेशन प्राणवायु

<p>Oxygen Concentrator</p>
नागौर. कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के दौरान गंभीर मरीजों की उखड़ती सांसों को थामने के लिए डॉ. जितेन्द्र कुमार सोनी का कोविड हैल्थ मैनेजमेंट एक नजीर के रूप में प्रस्तुत हुआ है। ऑपरेशन प्राणवायु के तहत जिला मुख्यालय स्थित सरकारी अस्पताल से लेकर सभी उप जिला अस्पतालों में ऑक्सीजन जनरेशन प्लांट के इंतजाम के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों और कस्बाई क्षेत्रों के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में ऑक्सीजन कंसंट्रेटर जैसे उपकरण मरीजों की चिकित्सा सुविधा के लिए मुहैया करवाए गए हैं।
जिला कलक्टर डॉ. सोनी के मार्गदर्शन में टीम हैल्थ नागौर द्वारा संचालित किए जा रहे कोविड हैल्थ मैनेजमेंट की मुख्य मुहिम ऑपरेशन प्राणवायु के तहत चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को कुल 1349 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर मिले हैं। इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को सरकारी चिकित्सा संस्थानों में कोरोना पॉजिटिव मरीजों में उपचार के दौरान ऑक्सीजन की कमी को दूर करने के लिए काम में लिया जा रहा है।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मेहराम महिया ने बताया कि मिशन अगेंस्ट कोरोना में नागौर के कोविड हैल्थ मैनेजमेंट में जिला कलक्टर डॉ. सोनी की मुख्य मुहिम ऑपरेशन प्राणवायु को सफल बनाने में यहां के जनप्रतिनिधियों, समाजसेवियों व भामाशाहों और बड़े औद्योगिक संस्थानों का पूरा सहयोग रहा। डॉ. महिया ने बताया कि जिला कलक्टर के प्रयासों के चलते चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को राज्य सरकार से पहले दौर में 33, दूसरे चरण में 340 तथा अब तीसरे चरण में 447 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर हाल ही में मुहैया करवाए गए हैं। इस हिसाब से कुल 820 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर राज्य सरकार द्वारा मुहैया करवाए गए हैं।
वहीं 529 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर सांसद, विधायक निधि, भामाशाहों तथा बड़े औद्योगिक संस्थानों के सीएसआर फंड से चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग को मुहैया करवाए गए हैं। इन ऑक्सीजन कंसंट्रेटर को सरकारी चिकित्सा संस्थानों में विकसित किए गए कोविड केयर वार्डों में मरीजों के उपचार के लिए भिजवाने का क्रम जारी है। सीएमएचओ डॉ. महिया ने बताया कि ऑक्सीजन कंसंट्रेटर गांव स्तर तक के सरकारी चिकित्सा संस्थानों में मुहैया होने से चिकित्सकों को मरीजों के उपचार में काफी हद तक मदद मिली है। एनएचएम के डीएनओ भवानी सिंह हापावत ने बताया कि राज्य स्तर से अब तक प्राप्त कंसंट्रेटर में से 600 का इंद्राज ऑनलाइन ई-उपकरण सॉफ्टवेयर पर दर्ज करवा दिया गया है, जिससे आवश्यकता पडऩे पर उनकी ऑनलाइन मॉनिटरिंग की जा सके।
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