दस माह के तनिष्क के इलाज के लिए चाहिए 16 करोड़, पीएम-सीएम व सोनू सूद से मदद की गुहार

हैदराबाद के अयांश को मिला जिंदगी का उपहार, तनिष्क को इंतजार, सांसद हनुमान बेनीवाल से मदद के लिए मिले तनिष्क के पिता, सांसद बोले हर संभव मदद करेंगे, परबतसर के गांव नड़वा के रहने वाले शैतान सिंह का बेटा है तनिष्क, जूझ रहा एसएमए की बीमारी से
 

<p>16 crores needed for Tanishq&#8217;s treatment for ten months, pleaded for help from PM-CM and Sonu Sood</p>
परबतसर . परबतसर के छोटे से गांव नड़वा के रहने वाले दीपिका कंवर और शैतान सिंह का १० माह का बेटा तनिष्क सिंह जिनेटिक स्पाइनल मस्कुलर अट्रोफी टाइप -1 जैसी दुर्लभ बीमारी से जूझ रहा है। तनिष्क का इलाज जिस इंजेक्शन से होना है, उसकी कीमत 16 करोड़ रुपए है। इतनी बड़ी राशि जुटाना परिवार के लिए संभव नहीं है। एेसे में तनिष्क को अब भामाशाह, समाजसेवी व सरकारी मदद की बेहद जरूरत है। इसी के चलते तनिष्क के पिता शैतान सिंह रालोपा के प्रदेश कार्यकारिणी सदस्य प्रेमाराम खोखर के साथ नागौर सांसद हनुमान बेनिवाल से मिले। जिस पर संासद ने जयपुर जेके लोन अस्पताल के अधीक्षक व अन्य शिशु रोग विशेषज्ञों से तनिष्क के इलाज को लेकर दूरभाष पर चर्चा की। साथ ही ट्विटर के माध्यम से कहा कि कि तनिष्क सिंह के इलाज को लेकर वो हर सम्भव प्रयास करेंगे।
दिन में तीन से चार बार कराते हैं व्यायाम ताकि मांसपेसियां काम करती रहे

बीमारी के चलते तनिष्क अपने पैरों पर खड़ा नहीं हो सकेगा। वहीं उसके सीने की मांसपेशियों में इतनी ताकत नहीं कि वह अच्छे से पूरी सांस ले सके। ईश्वर ने उसे मस्तिष्क दिया है, बोली भी दी है, लेकिन एक जीन नहीं दिया। यह जीन शरीर में खास किस्म का प्रोटीन बनाता है। जिससे शरीर की सारी मांसपेशियां काम करती हैं। इस जीन के बिना तनिष्क का जीवन अधूरा है। लेकिन दूसरी ओर एक इंजेक्शन तनिष्क की सारी समस्या का समाधान कर सकता है। लेकिन इस एक इंजेक्शन की कीमत 16 करोड़ रुपए है। जो तनिष्क के माता-पिता के लिए जुटा पाना आसान नहीं है।
परबतसर जैसे छोटे से कस्बे में वकील के तौर पर काम करने वाले शैतान सिंह ने बताया कि जब तनिष्क चार-पांच महीने का था, तभी से यह समस्या शुरू हुई थी। पहले बीमारी का पता नहीं चला, लेकिन बाद में जेके लोन हॉस्पिटल जयपुर के पीडियाट्रिक डॉ. प्रियांशु माथुर ने देखा तो बताया कितनिष्क एसएमए की बीमारी से पीडि़त है। अभी तक तनिष्क को व्यायाम के सहारे से नियंत्रण करके रखे हुए हैं, ताकि उसके शरीर की सभी मांसपेशियां सक्रिय रहें, पूरे दिन में तीन से चार घंटे परिवार वाले बारी-बारी से उसके शरीर की मांसपेशियों की एक्सरसाइज कराते हैं।
हैदराबाद के अयांश को मिला जिंदगी का उपहार, तनिष्क को इंतजार
हैदराबाद के तीन साल के अयांश गुप्ता, जो इसी बीमारी से जूझ रहा था, उसे 9 जून को जिंदगी का उपहार मिला है। उसके लिए क्राउड फंडिंग से पैसा जुटाया गया था। इसके बारे में जानकार ही तनिष्क के माता-पिता को उम्मीद जगी है। तनिष्क के पिता ने कहा कि उन्हें भरोसा है कि देश के भामाशाह, समाजसेवी मेरे बेटे की जान बचाने के लिए जरूर मदद करेंगे। तनिष्क के माता-पिता ने सोशल मीडिया के जरिये देश की जनता व पीएम मोदी, सीएम अशोक गहलोत, समाज सेवी सोनू सूद, जैसे लोगों से मददगारों से भी गुहार लगाई है। मगर अभी तक कही से कोई मदद नहीं मिली है।
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