6 साल में ही जर्जर हुआ सपा काल में बना पुल, अधिकारियों पर लगे भ्रष्टाचार के आरोप

2014 में बनकर तैयार हुआ था पुल। शिकायत के बाद जांच के नाम की गई लीपापोती।

मुजफ्फरनगर। जनपद में 6 साल पहले सपा के शासनकाल में 2.5 करोड़ की लागत से 14 गांव को जोड़ने वाला पुलिस भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गया। यही नहीं, पुल के निर्माण के दौरान एक स्थानीय किसान व रिटायर्ड पुलिस अधिकारी करतार सिंह ने यहां लगाई जा रही घटिया सामग्री की शिकायत भी थी। लेकिन जांच के नाम पर केवल लीपापोती हुई। दरअसल, मामला जनपद मुजफ्फरनगर के थाना ककरौली क्षेत्र का है। जहां गांव खेड़ी फिरोजाबाद में गंग नहर की अनूप शहर शाखा पर साल 2013 में लगभग 14 गांव को जोड़ने वाले पुल का प्रस्ताव हुआ था। जो 2014 में बनाया गया। यह पुल छह वर्ष भी नहीं चल पाया है।
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इस पुल का क्षतिग्रस्त होना इसके निर्माण में हुए भ्रष्टाचार के खेल को उजागर करता है, जबकि इसके निर्माण को लेकर घटिया सामग्री की शिकायत करने वाला करतार सिंह आज भी अधिकारियों के चक्कर काट रहे हैं। करतार सिंह ने बताया कि 2013 में ही शिकायत चीफ इंजीनियर से लेकर प्रमुख सचिव तक की थी। जिसमें बताया गया था कि पुल निर्माण में निम्न कोट की अधेमानक सामग्री ( सीमेन्ट, डस्ट व ईंटों) का प्रयोग किया जा रहा है।
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उन्होने बताया कि इसके फाउन्डेशन आधी-अधूरी , कम लम्बाई, कम चैडाई व बेहद कम मोटाई की बनाई गयी। पीलर्स के निर्माण में पीले व कच्ची ईंटों का प्रयोग किया गया है। इसके अलावा सिमेन्ट भी निम्न कोटि का व बेहद कम मात्रा व गलत अनुपात में लगाया गया है तथा केवल बाहरी तौर पर दिखावा मात्र के लिए ही किया जा रहा है। इस पुल को मानवता के लिए खतरा बताया गया था।
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