कुछ फंड हाउसेज की ओर से मिली हुई पॉज की सुविधा
कैश फ्लो के अलावा कुछ फंड हाउसेज की ओर से अपने इंवेस्टर्स के लिए एसआईपी पॉज की सुविधा दी है। इंवेस्टर्स की ओर से तीन से चार महीने एसआईपर में निवेश पर ब्रेक लगा सकते हैं। जिसकी वजह से कुल मंथली इंवेस्टमेंट में गिरावट देखने को मिली है। जानकारों की मानें तो अक्टूबर तक यह परिस्थिति बदल सकती है। एंफी के अनुसार इंवेस्टर्स की ओर से एसआईपी पॉज का विकल्प चुना होगा। फोर्थ क्वार्ट में एसआई कंट्रीब्यूशन में तेजी देखने को मिल सकती है।
इनकी बढ़ी मुश्किलें
फंड इंडस्ट्री के जून के आंकड़ों के अनुसार नए एसआईपी का रजिस्ट्रेशन बढ़ गया है। यानी नए इंवेस्टमेंट बढ़ गए हैं। एग्रीगेट बेसिस पर इंडस्ट्री का टोटल एसेट अंडर मैनेजमेंट 25 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा हो गया है। जबकि अप्रैल से यह इस स्तर लगातार नीचे बना हुआ था।