SBI की Home Loan Scheme में मिलेगी 2.67 लाख रुपए की छूट, जानिए कैसे उठाए फायदा
ईपीएफ ब्याज दरों में हो सकती है कटौती
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार पीएफ ब्याज दरों पर फैसला लेने के लिए ईपीएफओ का फाइनेंस एवं इन्वेस्टमेंट डिपार्टमेंट और ऑडिट कमेटी जल्दी ही मीटिंग करने वाले हैं। जिसमें इस बारे में फैसला होगा कि ईपीएफओ कितना ब्याज दर दे सकता है। ईपीएफओ कुल फंड का 85 फीसदी हिस्सा डेट मार्केट और 15 फीसदी हिस्सा एक्सचेंज ट्रेडेड फंड्स के माध्यम से शेयर बाजार में इंवेस्ट करता है। पिछले साल मार्च के अंत में इक्विटीज में ईपीएफओ का टोटल इंवेस्टमेंट 74,324 करोड़ रुपए का था और उसे 14.74 फीसदी का रिटर्न मिला था।
नौकरीपेशा लोगों के लिए बड़ी खबर, Govt बदलेगी Gratuity का 5 साल वाला नियम!
ब्याज दरें घटने की क्या हो सकती है वजह
जानकारी के अनुसार ईपीएफओ की ओर से 18 लाख करोड़ रुपए से ज्यादा का इंवेस्टमेंट किया हुआ है। कुल इंवेस्टमेंट में से करीब 4500 करोड़ रुपए एनबीएफसी कंपनी दीवान हाउसिंग और आईएलएंडएफएस में लगाया हुआ है। डीएचएफएल जहां बैंकरप्सी रिजॉल्यूशन प्रॉसेस से गुजर रही है, वहीं आईएल एंड एफएस को बचाने के लिए सरकारी निगरानी में काम जारी है। ऐसे में ईपीएफओ का काफी रुपया फंस गया है।