राजस्थान अधीनस्थ एवं मंत्रालयिक सेवा चयन बोर्ड की ओर से शनिवार को पटवारी भर्ती प्रारम्भिक परीक्षा का आयोजन हुआ। परीक्षा को लेकर प्रशासन भी सर्तक रहा। प्रशासन की ओर से गठित उडऩदस्तों ने जिला मुख्यालय व आबूरोड में स्थापित 25 परीक्षा केन्द्रों का निरीक्षण कर व्यवस्थाएं देखी। सुबह से अभ्यर्थी परीक्षा केन्द्रों पर पहुंचने शुरू हो गए थे। जिले में बाड़मेर से अभ्यर्थी सिरोही आए थे। वहीं जिले के अभ्यर्थी परीक्षा देने के लिए उदयपुर गए थे। कंट्रोल रूम के अनुसार पटवारी परीक्षा में 7 हजार अभ्यर्थी पंजीकृत थे। परीक्षा में 4 हजार 8 सौ 46 अभ्यर्थियों ने भाग्य आजमाया। वहीं 2 हजार एक सौ 54 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। सिरोही में 870 अनुपस्थित जिला मुख्यालय पर पटवारी भर्ती परीक्षा के लिए दस परीक्षा केन्द्र बनाए गए थे। परीक्षा के लिए 2 हजार 8 सौ 34 पंजीकृत थे। वहीं 1 हजार 9 सौ 64 अभ्यर्थियों ने पटवारी बनने को परीक्षा दी। जबकि 8 सौ 70 परीक्षार्थी अनुपस्थित रहे। पटवार परीक्षा दोपहर बारह बजे से अपराह्न तीन बजे तक आयोजित हुई। परीक्षा को लेकर अभ्यर्थियों की जांच की गई। परीक्षा कक्ष के बाहर व परिसर में ही अभ्यर्थियों के जूते-चप्पल उतरवाए गए। नकल की रोकथाम के लिए प्रशासन ने कड़े बंदोबस्त किए हुए थे। पटवारी बनने की लगी होड़ आबूरोड. पटवार भर्ती परीक्षा शहर के 15 परीक्षा केन्द्रों पर शांतिपूर्वक हुई। आबूरोड में पटवार परीक्षा के लिए 4 हजार 166 पंजीकृत थे। परीक्षा में 2 हजार 822 परीक्षार्थियों ने परीक्षा दी। जबकि एक हजार 284 अनुपस्थित रहे। परीक्षा को लेकर तहसीलदार कुपाराम लौहार ने परीक्षा केन्द्रों का अवलोकन किया। परीक्षा को लेकर जगह-जगह सेंटरों पर अभ्यार्थियों की लम्बी कतार लगी रही। किसी ने सरल तो किसी ने कठिन बताया पटवार भर्ती परीक्षा देकर बाहर आए परीक्षार्थियों ने बताया कि पेपर काफी सरल था, लेकिन कुछ का कहना था कि गणित के प्रश्नों ने उन्हें काफी उलझाया। नियमित पढ़ाई करने वाले परीक्षार्थियों का कहना था कि जिसने पढ़ाई की उसके लिए पेपर काफी आसान था। जिन्होंने बिना पढ़े दिया, उसके लिए पेपर कठिन ही होगा।