पवार ने ट्वीट कर यह जानकारी दी । उन्होंने कहा कि राज्य में मजदूरों के पलायन के बाद उद्योग व्यवसाय के लिए गहरा संकट खड़ा हो गया है । उद्योग धंधे को बहाल करने एवं धीरे-धीरे स्थिति सामान्य करने और राज्य की अर्थव्यस्था को फिर से पटरी पर लाने के लिए मजदूरों के पलायन को किसी तरह रोकना होगा। अथवा विकल्प के तौर पर महाराष्ट्र के युवकों से आगे आने की अपील करनी होगी ।
उन्होंने कहा कि कोरोना के लॉकडाउन से शैक्षणिक संस्थानों , कपड़ा उद्योग, कृषि उद्योग, स्टील उद्योग, तथा अन्य उदयिग से राज्य को राजस्व का घाटा हुआ है यदि स्थिति ऐसे ही रही तो आगामी दिनों में भयावह स्थिति की नौबत आ सकती है। उन्होंने स्थिति को भांपने के लिए एक अध्ययन दल बनाने का सुझाव दिया ।
उन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अब कभी पूरी तरह से खत्म नही होगा । इसे जीवन का हिस्सा मानकर आगे के रणनीति पर काम करना होगा ।