विदेशी पर्यटकों के साथ सबसे अधिक रेप और चोरी की घटनाएं

राजधानी दिल्ली में सबसे अधिक आपराधिक मामले दर्ज

<p>Girl Kidnapped by Goon Forcibly Married and Molested</p>

मुंबई. भारत आने वाले पर्यटकों के साथ सबसे अधिक रेप और चोरी की घटनाएं घट रही हैं। चोरी में माल जाना तो पर्यटक किसी तरह सहन कर लेता है, लेकिन रेप जैसी घटनाओं से महिला की आत्मा तक आहत हो जाती है। यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ है राष्ट्रीय अपराध ब्यूरो की रिपोर्ट में। देश के सभी राज्यों से डेटा एकत्र कर जारी की गई गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में बताया गया है कि पर्यटकों के साथ रेप और चोरी की सर्वाधिक घटनाएं होती है। जिसमें गत वर्ष रेप के 16 व चोरी के 54 मामले सहित कुल 159 मामले दर्ज किए गए। हालांकि वर्ष 2020 में लॉकडाउन लगने के कारण एेसी घटनाओं में कमी आई, लेकिन इससे पहले दो वर्षों के आंकड़े चिंताजनक है।
कई राज्यों में अपराध शून्य
देश की राजधानी दिल्ली में विदेशी पर्यटकों के साथ सर्वाधिक आपराधिक घटनाएं हुई हैं। विदेशी पर्यटकों से आपराधिक मामलों में महाराष्ट्र पहले, उत्तर प्रदेश दूसरे और तमिलनाडु तीसरे स्थान पर है। वहीं अरुणाचल प्रदेश, मणिपुर, नागालैंड, ओडिशा, सिक्कम, त्रिपुरा और मेघालय ऐसे शांत राज्य रहे हैं, जहां पर्यटकों के साथ किसी तरह की आपराधिक घटनाएं नहीं हुई है।
राजस्थान बना नजीर
भारत में पर्यटन सबसे बड़ा सेवा उद्योग है। इसके लिए सख्त सुरक्षा नियम बनने चाहिए। पर्यटकों के साथ आपराधिक घटनाओं पर अंकुश के लिए राजस्थान अन्य राज्यों के लिए नजीर बना हैं। राजस्थान में पर्यटकों के साथ बदसलूकी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर, उन्हें अब गैर-जमानती अपराध की श्रेणी में शामिल किया जाएगा। राजस्थान सरकार ने पर्यटन व्यवसाय (संशोधन) विधेयक-2021 पारित कर संशोधन में धारा 27-ए जोड़ी गई है। अब इसमें शामिल अपराध गैर-जमानती होंगे। अगर धारा 13 की उप-धारा 3 में अपराध दोहराया जाता है, तो यह धारा 13 की उप-धारा 4 में गैर-जमानती होगा।
जीडीपी में पर्यटन उद्योग की 9 प्रतिशत हिस्सेदारी
वर्ष 2019 के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष वैश्विक व्यापार में पर्यटन उद्योग ने कुल 7 प्रतिशत का योगदान दिया था और प्रत्येक दस में से एक व्यक्ति को रोजगार दिया था। भारत में ३३ यूनेस्को विश्व धरोहर स्थल है। भारत के पर्यटन उद्योग ने कुल 42 मिलियन से अधिक लोगों को रोजगार प्रदान किया है, जो कि भारत में कुल रोजगार के अवसरों का लगभग 8.1 प्रतिशत है। वर्ष 2019 में भारत के पर्यटन उद्योग ने देश के सकल घरेलू उत्पाद में तकरीबन 9.3 प्रतिशत का योगदान रहा, जो कुल निवेश में इसका 5.9 प्रतिशत हिस्सा है।
तीन वर्षों कुल दर्ज मामले
राज्य 2018 2019 2020
दिल्ली 189 123 62
महाराष्ट्र 63 48 24
तमिलनाडु 51 23 28
उत्तरप्रदेश 62 21 05
गोवा 34 21 11
कर्नाटक 28 46 19
राजस्थान 21 16 04
पश्चित बंगाल 6 1 0
गुजरात 3 5 3
बिहार 0 1 0

 

 

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