थाना प्रभारी धर्मेंद्र मालवीय के अनुसार उन्होंने ग्रामीणों द्वारा उपलब्ध कराए गए बीहड़ में तेंदुए और घायल गाय के फोटोग्राफ्स और सूचना के आधार पर वन विभाग के अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी है, लेकिन कोई हलचल नहीं दिखी। गांव के सोनू तोमर ने बताया कि तेंदुआ देखाई तो कई दिनों से दे रहा था, लेकिन बीच में कुछ समय के लिए लोगों को नहीं दिखा तो यह मान लिया था कि कहीं दूर चला गया है, लेकिन इन दिनों फिर देखा जा रहा है। इससे गांव के लोग दहशत में हैं। दो दिन पहले उनके ही परिवार में एक गाय को तेंदुआ हमला कर घायल कर चुका है, जबकि दूसरी गाय बघेल परिवार से हमले का शिकार हुई है।
शाम होते ही घरों में दुबक जाते हैं लोग, बीहड़ में भी जाना कम तेंदुए ने अभी तक किसी आदमी पर हमला तो नहीं किया है, लेकिन फिर भी लोग सतर्क हैं। शाम होने से पहले जानवरों को घर ले आते हैं और बच्चों को भी घरों से बाहर नहीं निकलने दे रहे हैं। दो-तीन दिन से तेंदुआ लगभग रोज ही दिखाई दे रहा है।