यह भी पढ़ें- यूपी में 30 अप्रैल से और बिगड़ेगी स्थिति, रोजाना मिलेंगे 1.19 लाख Corona मरीज, Niti Ayog का यह अनुमान दरअसल, मुरादाबाद के खादर स्थित एक गांव में हापुड़ जिले से बारात आई थी। कोविड-19 की गाइडलाइन (Coronavirus Guideline) के तहत हंसी-खुशी शादी समारोह का आयोजन किया जा रहा था। सभी बारातियों और घरातियों ने मास्क लगा रखा था और सोशल डिस्टेंसिंग के नियम का भी बखूबी पालन कर रहे थे। शादी की दावत के बाद मंडप में फेरों की तैयारी चल रही थी। दूल्हा-दुल्हन के साथ पंडित जी और सभी परिजन मंडप में बैठे हुए थे। जैसे ही पंडित जी ने दूल्हा-दुल्हन के फेरों की रस्म शुरू कराई तो दूल्हे को देख दुल्हन गुस्से में भड़क उठी। क्योंकि दूल्हे ने अपने मुंह पर मास्क नहीं लगाया था।
दूल्हे को देख दुल्हन बोली की पूरा देश और हर इंसान कोरोना वायरस की भीषण महामारी से जूझ रहा है, यह जानने के बाद भी आपने मास्क क्यों नहीं पहना? अचानक दुल्हन का यह रूप देख हर कोई खामोश हो गया। इस पर दुल्हन के होने वाले ससुर ने चुप्पी तोड़ते शाबाश बेटी… कहकर माहौल को शांत कर दिया। वहीं, दूल्हे को भी अपनी गंभीर गलती का अहसास हुआ और उसने अपनी जेब में हाथ डालते हुए मास्क निकालकर पहन लिया। इस दौरान सभी ने दुल्हन की जागरुकता की सराहना की। इसके बाद हंसी-खुशी कोविड प्रोटोकाल के तहत दोनों का विवाह संपन्न हुआ।