WhatsApp VS Signal: ऐप चुनने से पहले जान लिजिए इनके 5 Privacy Features के बारे में

लोग WhatsApp की नई प्राइवेसी पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं।
नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाराज यूजर्स मैसेजिंग ऐप Signal पर अपना अकाउंट बना रहे हैं।

इंस्टेंट मैसेजिंग ऐप WhatsApp की प्राइवेसी को लेकर कई बार सवाल उठ चुके हैं। अब इसकी नई प्राइवेसी पॉलिसी ने आग में घी डालने का काम किया है। लोग इसकी नई प्राइवेसी पॉलिसी का विरोध कर रहे हैं। बताया जा रहा था कि व्हाट्सएप यूजर्स का डेटा फेसबुक और उसके स्वामित्व वाली अन्य कंपनियों को शेयर किया जाएगा। हालांकि व्हाट्सएप ने सफाई देते हुए कहा कि निजी डेटा को शेयर नहीं किया जाएगा। व्हाट्सएप की नई प्राइवेसी पॉलिसी से नाराज यूजर्स मैसेजिंग ऐप Signal पर अपना अकाउंट बना रहे हैं। इसके यूजर्स बेस में तेजी से वृद्धि हो रही है। अगर आप भी Signal ऐप पर अकाउंट बनाने की सोच रहे हैं तो पहले व्हाट्सएप और सिग्नल ऐप के प्राइवेसी फीचर्स के बारे में जान लें।

Signal Security Features

Screen Security: Signal ऐप का यह फीचर सुनिश्चित करता है कि आप दूसरों को चैट के स्क्रीनशॉट लेने से रोक सकते हैं। Screen Security फीचर को इनेबल करने के लिए आप नामक एक फीचर है, जो सभी चैट के स्क्रीनशॉट को रोकता है। आप Settings section > Privacy > Screen Security में जाकर इसे ऑन कर सकते हैं। Screen Security फीचर एक अच्छा सिक्योरिटी फीचर है, जो सभी मैसेजिंग ऐप्स में होना चाहिए।
Incognito Keyboard: यह एक बहुत अच्छा फीचर है। Incognito Keyboard आपके द्वारा लिखी गई चीजों को की—बोर्ड को सेव करने से रोकता है। इस फीचर की मदद से आप जो भी लिखेंगे, उसे आपके मोबाइल का की—बोर्ड सेव नहीं कर पाएगा। बता दें कि हम जब मोबाइल के की—बोर्ड में कुछ टाइप करते हैं तो वह पहले हमारे द्वारा सर्च या टाइप की गई चीजों के सुझाव देता है। इस फीचर में ऐसा नहीं होगा।
Screen lock: आप व्हाट्सएप की तरह ही सिग्नल पर फिंगरप्रिंट लॉक सेट कर सकते हैं। यूजर्स उपयोगकर्ता एप्लिकेशन तक पहुंचने के लिए अपने फोन के फिंगरप्रिंट सेंसर या पासकोड का उपयोग कर सकते हैं। हालांकि, सिग्नल पर आने वाले सभी कॉल्स का जवाब दिया जा सकता है और नोटिफिकेशन से मैसेज का जवाब भी दे सकते हैं। इसमें फिंगरप्रिंट सेंसर काम नहीं करेगा।
Read receipts: व्हाट्सएप की तरह सिग्नल में receipts को डिसेबल और इनेबल करने का विकल्प है। जो यह बताता है कि आपने जिसे मैसेज भेजा उसने देखा या नहीं। हालांकि इसमें भी इस विकल्प को ऑफ करने या ऑन करने की सुविधा होती है। दोनों ही फीचर्स ऐप के प्राइवेसी सेक्शन में उपलब्ध हैं।
Group invitation privacy: यदि आप सिग्नल ऐप पर कोई ग्रुप बनाते हैं तो आप किसी को इस ग्रुप में जोड़ना चाहेंगे तो ऐप उसके पास इन्वीटेशन भेजेगी। जब वो व्यक्ति उस इन्वीटेशन को एक्सेप्ट कर लेगा तभी वह आपके ग्रुप में जुड़ पाएगा। वहीं व्हाट्सएप में इस विकल्प को सेटिंग्स में जाकर ऑन करना पड़ता है।
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WhatsApp privacy features

Fingerprint lock: व्हाट्सएप में भी आप फिंगरप्रिंट लॉक जोड़ सकते हैं। हालांकि इससे आप सिर्फ अनी प्राइवेट चैट के लिए ही एक्सेस कर पाएंगे। व्हाट्सएप का यह फीचर केवल आपके आने वाले मैसेज को छिपा सकते हैं।
Group invitation system: व्हाट्सएप पर कोई भी व्यक्ति आपको ग्रुप में जोड़ सकता है यदि व्यक्ति के पास आपका मोबाइल नंबर है। यदि आप नहीं चाहते कि कोई आपको समूहों में जोड़े, तो आप सेटिंग बदल सकते हैं। मैसेजिंग ऐप आपको नियंत्रित करने की अनुमति देता है कि कौन उन्हें समूहों में जोड़ सकता है। इसके लिए, आपको तीन विकल्प मिलते हैं, जिनमें ‘Everyone,’ ‘My Contacts,’ और ‘My Contacts Except’ शामिल हैं।
Profile privacy: व्हाट्सएप के इस फीचर में आपके पास विकल्प होता है कि आप अपनी पर्सनल प्रोफाइल दूसरों को दिखाना चाहते हैं या नहीं। आप अपनी प्रोफाइल पिक्चर को हाइड कर सकते हैं।

Last Seen privacy: प्रोफाइल प्राइवेसी की तरह ही, व्हाट्सएप आपको अपने Last Seen और Status को भी हाइड करने का विकल्प देता है। लास्ट सीन के लिए आपको वही विकल्प मिलते हैं जो प्रोफाइल प्राइवेसी के लिए बताए गए हैं।
Status privacy: स्टेटस प्राइवेसी के लिए तीन विकल्प हैं जो आपके स्टेटस अपडेट को देख सकते हैं। इनमें My Contact,’ ‘My Contacts except,’ and ‘Only Share with’ शामिल हैं।
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